उत्तराखंड - अल्जाइमर से बचने के लिए रोज़ाना 15 से 20  मिनट करें व्यायाम

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अल्जाइमर एक ऐसी बीमारी है जो मेमोरी को नष्ट कर देती है। अल्जाइमर रोग डिमेंशिया का एक प्रकार है, इसमें मस्तिष्क की कोशिकाओं का आपस में संपर्क खत्म हो जाता है और वे मरने लगती हैं। आमतौर पर यह समस्या 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में पाई जाती है। इसमें मस्तिष्क में कुछ रसायनों की मात्रा कम होने लगती है। ये रसायन मस्तिष्क में सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए जरूरी होते हैं। यह एक लगातार बढऩे वाला रोग है। रोग के बढऩे की दर हरेक व्यक्ति में अलग होती है। एक शोध के मुताबिक, अगर व्यक्ति मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है तो उसके मस्तिष्क में नर्व फाइबर्स में तेजी से गिरावट आने लगती है। जिससे बचने का सरल उपाय है नियमित व्यायाम। 

 वैज्ञानिकों का कहना है कि जिन लोगों का शरीर तंदुरुस्त है उन्हें अल्जाइमर का खतरा नहीं होता हैं । अध्ययन में यह भी पाया गया कि नियमित रूप से व्यायाम शरीर की सारी क्रियाओं को चलाने, सेहत को बेहतर बनाने और महत्वपूर्ण नर्व फाइबर्स की गिरावट रोकने में मदद करता है। व्यायाम बढ़ती उम्र और एजिंग प्रक्रिया को भी धीमा कर देता है। नियमित तौर पर व्यायाम करने से अल्जाइमर के आनुवांशिक खतरे को भी कम करने में मदद मिलती है। डॉक्टर्स का मानना है कि नियमित व्यायाम सेहत के लिए लाभदायक होता है। नियमति योग करने से न सिर्फ याददाश्त तेज होती है बल्कि कई बीमारियों को भी रोका जा सकता है। यह उम्र की सीमा को भी बढ़ाता है और मानसिक रूप से तंदुरुस्त रखता है। 

 व्यायाम हैं फायदेमंद : 


व्यायाम हर तरीके से फायदेमंद होता है लेकिन अपनी बॉडी के हिसाब से वर्कआउट करें क्योंकि बहुत ज्यादा थकाने वाली एक्सरसाइज़ मानसिक सुकून देने की जगह दर्द के चलते परेशान कर सकती है रोजाना व्यायाम और योग करके अल्जाइमर के प्रभाव को कम किया जा सकता है।मेडिटेशन करने से भूलने की समस्या पर काबू पा सकते हैं। याददाश्त तेज करने के लिए सर्वांगासन करें। दिमाग तेज करना हो और याददाश्त बनाए रखनी हो तो भुजंगासन करें। एकाग्रता बढ़ाने के लिए कपालभाति प्राणायाम करें।