सरपट्टा परमबरई के निर्देशक पा. रंजीत ने फिल्म के शोध पर बात की
रंजीत ने आईएएनएस को बताया कि शोध में ज्यादा समय नहीं लगा लेकिन यह लेखन था जिसमें लंबा समय लगा। मैंने फिल्म अट्टाकथी (2012) करते समय पहला मसौदा लिखा था। तमिल भारती (प्रसिद्ध उपन्यासकार) के साथ लगभग हमें लगभग आठ महीने लग गए थे। जिन्होंने इस फिल्म के लिए मेरे साथ पटकथा और संवाद है।
रंजीत, जिन्होंने पहले कबाली, काला और मद्रास जैसी फिल्मों का निर्देशन किया है, ने 1970 के दशक में समय का एक उचित विचार प्राप्त करने के लिए विभिन्न इलाकों के लोगों से बात की थी।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा हमारे पास मेरे सह-निदेशकों मैगिलन और पार्थिबन की एक शोध टीम थी, जिन्होंने इलाकों में जमीनी शोध करके और समुदाय के प्रामाणिक लोगों से बात करके हमारी सहायता की थी, जिसने वास्तव में हमारे शोध के आधार पर स्क्रिप्ट विकसित करने में हमारी मदद की थी। यह इन सभी चीजों को परिप्रेक्ष्य में रखने में हमें लगभग एक साल लग गया था।
--आईएएनएस
एमएसबी/एएनएम