गृह मंत्रालय ने कन्नड़ अभिनेता-कार्यकर्ता चेतन अहिंसा का ओसीआई दर्जा रद्द किया
चेतन ने शनिवार को पुष्टि की कि उन्हें विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) से अगले 15 दिनों के भीतर अपना ओसीआई कार्ड जमा करने के लिए एक पत्र मिला है, जिसमें कहा गया है कि वह इस फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती देंगे।
इस कदम की निंदा करते हुए अभिनेता से कार्यकर्ता बने ने दावा किया कि उन्हें नोटिस जारी किया गया है, क्योंकि उन्हें उनके समाज-उन्मुख तर्कसंगत कार्यो के लिए हराया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा, मैंने 2018 में ओसीआई का दर्जा प्राप्त किया था। अगर इसे रद्द कर दिया जाता है, तो मैं चुनाव नहीं लड़ सकता या सरकारी नौकरी नहीं पा सकता।
उन्होंने कहा, मुझे एक ट्वीट के लिए गिरफ्तार किया गया था। मेरे खिलाफ एक के बाद एक मामले दर्ज किए गए हैं। अब, उन्होंने मेरा वीजा और ओसीआई दर्जा रद्द करने का नोटिस भेजा है।
चेतन के हालिया दावे कि तिरुपति मंदिर को बौद्ध ढांचे को तोड़कर बनाया गया था, ने एक विवाद खड़ा कर दिया था। एक साक्षात्कार में, उन्होंने आगे दावा किया कि हिंदू मंदिर कभी भी वैदिक संस्थान नहीं थे, क्योंकि वे बौद्ध धार्मिक स्थलों पर आक्रमण करने और नष्ट करने के बाद बनाए गए थे।
चेतन ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया था कि हिंदुत्व झूठ पर बना है। उन्होंने हिंदुत्व के प्रतीक वीर सावरकर के उस बयान को भी गलत करार दिया, जिसमें कहा गया था कि जब भगवान राम रावण को हराकर अयोध्या लौटे तो हिंदू राष्ट्र ने आकार लिया।
--आईएएनएस
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