अधूरी तैयारियों के साथ ही कर दिया एक मई से 18 से ऊपर वालों को वैक्‍सीन का ऐलान

एक मई को कई राज्‍यों को वैक्‍सीन ही नहीं दे पा रही हैं दवा कंपनियां

 | 

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। एक मई से 18 वर्ष से ऊपर की आयु वर्ग वाले लोगों को एक मई से वैक्‍सीन नहीं मिल पाएगी। कई राज्‍यों ने एक मई से वैक्‍सीनेशन प्रोग्राम चलाने से हाथ खड़े कर दिए हैं। अभी 45 साल से ऊपर के लोगों को ही दूसरी डोज नहीं मिल पायी है। 45 से ऊपर के लोगों को पहली डोज मिल गयी थी लेकिन समय पूरा हो जाने के बाद भी अभी केन्‍द्रों पर उन्‍हें दूसरी डोज की वैक्‍सीन नहीं मिल पा रही है। उधर एक मई से देश भर में 18 साल से ऊपर के युवाओं के लिए शुरू होने वाला वैक्‍सीनेशन कार्यक्रम फिलहाल आगे बढ़ता दिखायी दे रहा है। कई राज्‍यों को अभी वैक्‍सीन ही नहीं मिल पायी है। वैक्‍सीन देने वाली कम्‍पनी ने एक मई को वैक्‍सीन की सप्‍लाई देने से ही इनकार कर दिया है।

महाराष्‍ट्र को भी अभी तक वैक्‍सीन नहीं मिल पायी है महाराष्‍ट्र सरकार ने वैक्‍सीन की डिमांड भेजी हुयी है। वहीं दिल्‍ली सरकार की ओर से मुख्‍यमंत्री केजरीवाल ने आज कहा कि हमने वैक्‍सीन की डोज की मांग की है लेकिन अभी तक हमें वैक्‍सीन नहीं मिली है। एक मई से 18 साल से ऊपर के युवाओं के लिए वैक्‍सीनेशन का कार्यक्रम शुरू होना था लेकिन अगर वैक्‍सीन ही नहीं मिली तो ये कार्यक्रम कुछ देर से शुरू हो सकता है।

मध्‍यप्रदेश के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी शुक्रवार को मीडिया को दिए अपने बयान में कहा है कि एक मई को प्रदेश को वैक्‍सीन नहीं मिल पा रही है। शिवराज ने कहा कि सरकार की ओर से वैक्‍सीन का आर्डर संबंधित कंपनी को मांग के अनुसार दिया गया है लेकिन कंपनी ने एक मई को वैक्‍सीन देने से ही मना कर दिया है। शिवराज सिंह ने कहा कि हालांकि सरकार की सभी तैयारियां पूरी है केन्‍द्रों का निर्धारण कर लिया गया है। वैक्‍सीन आने के बाद ही ये अभियान शुरू हो जाएगा। फिलहाल अभी एक मई को वैक्‍सीन नहीं मिल पा रही है। इसी प्रकार कई यूपी समेत कई अन्‍य राज्‍यों में भी यही हाल है।

पंजीकरण कराने में भी आ रही दिक्‍कतें

वैक्‍सीन लेने के लिए सरकार की ओर से जारी किया कोविन एप भी ठीक ढंग से काम नहीं कर रहा है। 28 अप्रैल से ही 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्‍सीन के पंजीकरण के लिए कोविन एप पर पंजीकरण को खोला गया था। लेकिन 28 अप्रैल को पहले ही दिन अधिक पंजीकरण का लोड होने से कोविन एप ही क्रैश हो गया। किसी तरह पंजीकरण कराने की प्रक्रिया कोविन एप पर शुरू करायी गयी है लेकिन अभी भी कोविन एप पर पंजीकरण कराने में लोगों को परेशानी की शिकायतें मिल रही हैं।