जोधपुर- आखिर आसाराम बाबू को पेरोल क्यों नहीं, भक्तों ने ऐसे जताया गुस्सा
 

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जोधपुर- कोरोना संक्रमित जेल में बंद आसाराम बापू की हालत खराब होने के बाद उन्हें अस्पताल के ICU वार्ड में भर्ती कराया गया है। लेकिन पेरोल पर जमानत नहीं मिलने पर उनके भक्तों में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है। आसाराम बापू को जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बापू ने हरिद्वार में आपने आयुर्वेदिक इलाज के लिए पैरोल पर रिहा करने की कोर्ट में अर्जी दी है। अगली सुनवाई 21 मई को होनी है।

गौरतलब है कोरोना वायरस के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट ने देशभर की जेलों में कैदियों की संख्या को कम करने के लिए राज्यों को निर्देशित किया है।  कैदियों को पैरोल या अंतरिम जमानत पर रिहा करने के लिए विचार करने को कहा गया है । ऐसे में आसाराम बापू के कानूनी पहलू देख रहे है उदय संगिनी ने इस पूरे मामले पर जल्द रिहाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि करीब 8 साल से बापू जेल में बंद है और वह आयुर्वेदिक इलाज ही लेते थे लेकिन कोरोनावायरस के चलते उन्हें एलोपैथिक दवाइयां दी जा रही हैं जिसमें वह आयुर्वेदिक इलाज कराने के लिए हरिद्वार जाना चाहते हैं।

इस पूरे मामले पर एक निजी चैनल पर बरखा त्रेहान ने कहा कि उन्हें उम्मीद है की कोर्ट से नेताओं, वीआइपी और उद्योगपतियों को अलग अलग कारणों से पैरोल पर रिहाई की छूट मिली है इस मामले पर भी जल्द उन्हें छूट मिलेगी इसकी वह पुरजोर पैरवी करेंगे। आसाराम बापू पर बलात्कार के आरोप में मुकदमा चल रहा है जिसके कारण वह जोधपुर जेल में बंद है। आसाराम बापू के लाखों भक्तों ने भगवान से प्रार्थना की है की उनका जीवन बचा रहे इसलिए यह जरूरी है कि कोर्ट इस मामले पर सुनवाई करते हुए उन्हें न्याय दे। जिससे उनके अनुयायियों को उनके द्वारा दिए गए प्रवचनों को सुनकर लोग अच्छे और सच्चे रास्ते पर चल सके। बापूजी के अस्वस्थ होने पर उनको जोधपुर महात्मा गांधी अस्पताल में 5 मई रात को भर्ती किया गया था। 7 मई को जोधपुर AIIMS में भर्ती किया   गया है