हत्‍यारी आक्‍सीजन का लीकेज- नासिक के अस्‍पताल में 22 मरीजों की मौत, 30 मिनट बंद रही आक्‍सीजन सप्‍लाई

मरीजों का आरोप 30 मिनट नहीं दो घंटे तक बंद थी आक्‍सीजन सप्‍लाई  

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। कोरोना महामारी के बीच महाराष्‍ट्र के नासिक में दिल दहलाने वाला हादसा हो गया। अस्‍पताल में आक्‍सीजन टैंक लीक होने से आधे घंटे आक्‍सीजन की सप्‍लाई बंद रही। आक्‍सीजन की सप्‍लाई बंद होने से अस्‍पताल में भर्ती 22 मरीजों की दर्दनाक मौत हो गयी। हालांकि वहां भर्ती मरीजों ने दो घंटे तक आक्‍सीजन सप्‍लाई रूकी रही। नासिक के सरकारी जाकिर हुसैन अस्‍पताल में आज बुधवार को यह दर्दनाक हादसा हुआ। नासिक के डीएम सूरज मांढरे ने 22 मौतों की पुष्टि की है। जिस वक्त ऑक्सीजन सप्लाई रोकी गई उस वक्त 171 मरीज ऑक्सीजन पर और 67 मरीज वेंटीलेटर पर थे। ऑक्सीजन सप्लाई रुकने से अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

जानकारी के मुताबिक, टैंक से आने वाले सप्लाई पाइप में लीकेज हुआ था। अभी इसे सुधार दिया गया है। इस लीकेज के दौरान 20 किलो लिक्विड ऑक्सीजन बर्बाद हुई। फिलहाल हॉस्पिटल के साथ जिला प्रशासन ने भी इस लीकेज की जांच शुरू कर दी है।

हादसे पर गृह मंत्री अमित शाह ने संवेदना जाहिर की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, 'नासिक के एक अस्पताल में ऑक्सीजन लीक होने से हुई दुर्घटना का समाचार सुन दुखी हूं। इस हादसे में जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उनकी इस अपूरणीय क्षति पर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। बाकी सभी मरीजों की कुशलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।'

ससुर के सामने तड़पकर बहू की हो गयी मौत

इस घटना में एक महिला की भी मौत हुई है। उसके ससुर ने बताया कि 4 दिन पहले अस्पताल लेकर आए थे। हालात में लगातार सुधार हो रहा था। लेकिन ऑक्सीजन सप्लाई रुकते ही तबीयत खराब होने लगी और उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि मैंने उसे अपनी आंखों के सामने तड़पता हुआ देखा। मैं इधर-उधर भाग रहा था, लेकिन कोई उसकी मदद के लिए नहीं आया। हॉस्पिटल प्रशासन भी कोई जवाब नहीं दे पाया।

अस्पताल में मौतों की शुरुआती जानकारी सामने आते ही महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे से सवाल हुए। उन्होंने कहा कि हमें नासिक में ऑक्सीजन लीकेज की जानकारी मिली है। मैं लगातार वहां के प्रशासन से संपर्क में हूं और और जानकारी ले रहा हूं। मौतों के बारे में उन्होंने कोई बयान नहीं दिया। इसके करीब 45 मिनट बाद उन्होंने मौतों की बात स्वीकारी और कहा- वॉल्व में लीकेज हुआ था। इससे ऑक्सीजन सप्लाई रुकी। जिन मरीजों की मौत हुई, उनमें वेंटिलेटर पर मौजूद 11 मरीज शामिल हैं।