यूपी के उपलोकायुक्‍त पद से नवाजे गए बाबरी विध्‍वंस केस में 32 VIP को बरी करने वाले जज एसके यादव

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। बाबरी विध्‍वंस केस में फैसला सुनाकर वरिष्‍ठ भाजपा नेताओं समेत 32 लोगों को बरी कर फैसला सुनाने वाले जज को यूपी सरकार ने उपलोकायुक्‍त बनाया है। रिटायरमेंट के बाद योगी सरकार ने उन्‍हें उपलोकायुक्‍त बनाया गया है। उत्‍तर प्रदेश के लोकायुक्‍त जस्टिस संजय मिश्रा ने लोकायुक्‍त दिनेश कुमार सिंह, अपर मुख्‍य सचिव (गृह), अवनीश अवस्‍थी, लोकायुक्‍त सचिव अनिल कुमार सिंह , और अपूर्व मुख्‍य अन्‍वेषण अधिकारी की मौजूदगी में नए उप लोकायुक्‍त सुरेन्‍द्र कुमार यादव को पद की शपथ ग्रहण करायी। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान ही लोकायुक्‍त के सचिव अनिल कुमार सिंह ने प्रदेश की राज्‍यपाल आनंदीबेन पटेल की ओर से जारी अधिसूचना पत्र पढ़कर सुनाया।

मूल रूप से जौनपुर के रहने वाले सुरेंद्र कुमार यादव की शुरुआती पढ़ाई माध्यमिक स्कूल शाहगंज जौनपुर से हुई थी, जिसके बाद डीएलडब्ल्यू हाई स्कूल, वाराणसी से उन्होंने हाई स्कूल की परीक्षा पास की. काशी हिंदू विश्वविद्यालय से सुरेंद्र कुमार यादव ने कानून में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की।

साल 1990 में मुंसिफ मजिस्ट्रेट (अयोध्या) से एसके यादव ने अपने जुडिशल करियर की शुरुआत की थी। इसके अलावा 30 सितंबर 2019 को लखनऊ के जिला जज के पद से एसके यादव रिटायर हुए, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश से राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवादित ढांचे से संबंधित मुकदमे में फैसला सुनाने तक 30 सितंबर 2020 तक उन्हें विशेष जज सीबीआई अयोध्या प्रकरण के रूप में तैनाती दी गई थी। एसके यादव ने 30 सितंबर 2020 को विवादित ढांचे मामले में फैसला सुनाते हुए लालकृष्ण आडवाणी समेत 32 आरोपियों को बरी किया था।