शहरी क्षेत्र में भी लागू होगी मातृभूमि योजना : मुख्यमंत्री
सीएम योगी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजनान्तर्गत 370 उत्कृष्ट ग्राम पंचायतों को पुरस्कार वितरण, राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान योजनान्तर्गत 3,145 ग्राम पंचायतों सचिवों को लैपटॉप वितरण एवं उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना का शुभारम्भ किया। कहा कि प्रभु श्री राम ने लक्ष्मण जी से कहा था अपि स्वर्णमयी लंका न मे लक्ष्मण रोचते। जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी। उन्होंने कहा कि मां और जन्मभूमि स्वर्ग से बढ़कर होती है। इनकी कोई तुलना नहीं की जा सकती है। इसलिए मातृभूमि योजना से सबको जुड़ने का सौभाग्य मिलना चाहिए। हमारी सरकार ने अभी इस योजना को ग्रामीण क्षेत्र में लागू किया है। मातृभूमि योजना को हम शहरी क्षेत्र में भी लागू करेंगे। इससे दो तरह के कार्य होंगे एक तो व्यक्ति अपनी जड़ों के साथ जुड़ेगा, दूसरा अपनी मातृभूमि के लिए कुछ कर पाएगा।
उन्होंने कहा कि पंचायती राज विभाग एक ऐसा मैकेनिज्म विकसित करे जिसके माध्यम से पैसा देने वाले व्यक्ति को उसकी एक-एक पाई का हिसाब दिया जा सके। योजना में सरकार की तरफ से 60 फीसदी पैसा अपनी मातृभूमि के लिए कुछ करने की सोच रखने वाला व्यक्ति देगा और 40 फीसदी पैसा एवं जमीन राज्य सरकार उपलब्ध कराएगी।
सीएम योगी ने कहा कि मनुष्य ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ कृति है इसलिए उसके मन में अपनी मातृभूमि के मन में आदर का भाव रहता है। हर व्यक्ति का अपनी मातृभूमि के प्रति लगाव होता है। आवश्यकता है उसे जोड़ने की है। उसके मन में विश्वास पैदा करने की है। पहले लोगों को पता था कि प्रदेश सरकार के बजट में बंदरबांट हो रहा है। हम पैसा भेजेंगे तो उसमें भी बंदरबांट हो जाएगा।
कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से 10 नगर निगम स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित हो रहे हैं। वहीं सात नगर निगमों को हमारी सरकार राज्य स्मार्ट सिटी कार्यक्रम के अंतर्गत स्मार्ट नगर निगम के रूप में विकसित कर रही है। उन्होंने ग्राम प्रधानों से कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ग्राम पंचायतों को विकास की धुरी बताया है। इनके विकास के लिए केंद्र और राज्य की दोनों सरकारें पैसा दे रही हैं। हमें विकास के कार्यक्रमों को समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ाना है। इससे लोग आपके कार्यकाल को स्मरणीय मानेंगे।
सीएम योगी ने कहा कि ग्राम सचिवालय, ऑप्टिकल फाइबर, जल निकासी की व्यवस्था, एलइडी स्ट्रीट लाइट, अच्छी सड़कें, कंप्यूटर ऑपरेटर, बीसी सखी जैसी कई योजनाओं के माध्यम से हमारी सरकार प्रदेश के ग्राम पंचायतों को स्मार्ट बना रही है। उन्होंने कहा कि हमारे गांव स्मार्ट बनेंगे तो वह आत्मनिर्भरता की तरफ भी आगे बढ़ सकेंगे। हमें अपने ग्राम पंचायतों को इस तरह से विकसित करना है कि उन्हें किसी के सामने हाथ न फैलाना पड़े।
कहा कि अपनी ग्राम पंचायत को स्मार्ट और आत्मनिर्भर ग्राम पंचायत बनाने की दिशा में हमें कार्य करना है। पहले गांव-गांव में प्रतिस्पर्धा हो। उसके बाद गांवों और शहरों के बीच हम स्वच्छता की प्रतिस्पर्धा कराएंगे। अब ज्यादातर गांव में पक्की नाली और अच्छी सड़कें बन चुकी हैं। इस बात का ध्यान रखिए किसी भी गांव की नाली के कूड़ा न रहे। 15 जून के बाद बरसात आ जाएगी, इस बात का ध्यान रखिए की नालियों में जल जमाव न होने पाए।
सीएम योगी ने कहा कि ग्राम सचिवों को लैपटॉप वितरित किया जा रहा है। इससे हमारी पंचायतें डिजिटल हो जाएंगी। इससे पंचायत सचिव मैनुअल नहीं बल्कि लैपटॉप के माध्यम से वह अपना कार्य संपन्न कर सकेंगे। ग्राम पंचायत के कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। इससे प्रधानमंत्री मोदी के ई गवर्नेंस के कार्यक्रम को आगे बढ़ा सकेंगे। टेक्नोलॉजी भ्रष्टाचार पर सबसे बड़ा प्रहार है लेकिन इसका उपयोग हो दुरुपयोग न होने पाए।
कार्यक्रम में सीएम योगी ने मातृभूमि योजना से जुड़ने वाले प्रवासी भारतीयों से संवाद भी किया। इस दौरान 21 वर्ष से कैलिफोर्निया, यूएसए में रहने वाले संजीव रौजारा से बातचीत की। संजीव ने कहा कि वह बुलंदशहर के रहने वाले हैं। उन्होंने सीएम योगी से कहा कि विदेशों रह रहे लोगों में आपको लेकर बहुत भरोसा है। उन्हें विश्वास है कि आपकी सरकार के साथ सहयोग करेंगे तो उनका पैसा सही जगह लगेगा और हमारे गांवों का विकास होगा। संजीव ने सीएम योगी से इस योजना से जुड़ने की इच्छा जताई।
23 वर्ष से कैलिफोर्निया में रह रहे विवेक चौधरी कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से जुड़े। इस दौरान उन्होंने सीएम योगी को बताया की वह मोदीनगर के रहने वाले हैं। विवेक ने कहा कि सरकार की इस योजना से जुड़ने के लिए वो काफी उत्साहित हैं। विवेक ने कहा कि हम प्रवासियों के लिए यह एक अच्छा अवसर है जिसके माध्यम से हम अपनी मातृभूमि के लिए कुछ कर पाएंगे। उन्होंने हेल्थ एटीएम, शिक्षा आदि में निवेश की इच्छा जताई।
पांच श्रेणियों में मिली पंचायतों को पुरस्कार राशि
प्रथम आने वाली पंचायत को 11 लाख रुपए।
द्वितीय आने वाली पंचायत को 9 लाख रुपए।
तृतीय आने वाली पंचायत को 6 लाख रुपए।
चतुर्थ आने वाली पंचायत को 4 लाख रुपए।
पंचम आने वाली पंचायत को 2 लाख रुपए।
--आईएएनएस
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