एनसीपीसीआर आयोग आरएसएस की शाखा की तरह कर रहा काम: कांग्रेस
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नें चुनाव आयोग से मामले में जांच सहित कांग्रेस और राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की है। कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि, मुझे नहीं पता कि इसको मैं मानसिक दिवालियापन कहूँ या नैतिक दरिद्रता का नाम दूँ। वहीं एनसीपीसीआर, जिसकी स्थापना हमारे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी ने की थी आज आरएसएस की शाखा की तरह काम कर रहा है।
उनको कुपोषण से ग्रसित बच्चे नजर नहीं आते हैं। सतना में 7 साल की बेटी, जो 7 किलो की है और जबरदस्त कुपोषण का शिकार है, उसकी पिक्च र वायरल होती है, एनसीपीसीआर के कान में जूँ तक नहीं रेंगती है। इस तरह के भद्दे, घटिया काम करना, मैं तो कहना, बचकाना चाहती हूँ, लेकिन ये उनकी मोरल बैंकरप्सी, नैतिक दरिद्रता और दिवालियापन दिखाता है।
दरअसल आयोग ने कांग्रेस के जवाहर बाल मंच पर भी आरोप लगाए हैं। आयोग को मिली शिकायत के मुताबिक, बच्चों को राजनीतिक अजेंडे के लिए इस यात्रा में शामिल किया जा रहा है और पार्टी ने भारत जोड़ो बच्चे जोड़ो का नारा भी दिया है।
भारत जोड़ो यात्रा में कई ऐसी तस्वीरें और वीडियो सामने आई हैं जिसमें राहुल गांधी के संग कुछ बच्चे यात्रा में चलते नजर आ रहे हैं। इस दौरान बच्चों के हाथ में झंडे भी दिखाई दें रहे हैं। आयोग को शिकायत मिली है कि बच्चे हाथों में झंडा लेकर नारे भी लगाते नजर आ रहे हैं।
पार्टी पर आरोप लग रहा है भारत जोड़ो बच्चे जोड़ो अभियान कांग्रेस के राजनीतिक कैंपेन का ही एक अंग है। वहीं शिकायत में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि, कांग्रेस की ऑफिशियल वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, जवाहर बाल मंच पार्टी का एक विभाग है, जिसका उद्देश्य 7 से 18 साल के बच्चों टारगेट करना और जिसको संरक्षक सदस्यता अभियान उन्हें पार्टी से जोड़ना है।
--आईएएनएस
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