अमित शाह, जेपी नड्डा और बीएल संतोष ने बुधवार को लगातार तीसरे दिन की बैठक
इससे पहले भाजपा के ये तीनों दिग्गज नेता सोमवार को देर रात और मंगलवार को दोपहर में भी कई घंटे तक मैराथन बैठक कर चुके हैं।
दरअसल, लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भाजपा के इन तीनों नेताओं की शीर्ष स्तर पर लगातार मैराथन बैठकों को पार्टी संगठन में होने वाले बड़े बदलाव के आहट के तौर पर देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव और इस वर्ष मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा-निर्देश के मद्देनजर ये तीनों नेता भाजपा संगठन से जुड़े हर मुद्दे और नेताओं की व्यक्तिगत भूमिका को लेकर विस्तार से चर्चा कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर, पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी इसी वर्ष जनवरी में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के जून 2024 तक अध्यक्ष बने रहने के प्रस्ताव पर मुहर लगा चुकी है, लेकिन पहले हिमाचल और फिर कर्नाटक में मिली हार के मद्देनजर भाजपा आलाकमान राष्ट्रीय टीम में बदलाव कर इसे नया कलेवर देना चाहता है। राष्ट्रीय टीम में कुछ नए और युवा नेताओं को पदाधिकारी बनाने के साथ ही कई महत्वपूर्ण राज्यों के प्रभारी एवं सह-प्रभारी को बदलने की चर्चा जोरों पर है। मध्य प्रदेश और इस जैसे कई अन्य राज्यों में जहां प्रदेश अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त हो चुका है या होने वाला है, उन राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों की भी नियुक्ति करनी है।
सूत्रों की मानें, तो पार्टी आलाकमान कई राज्यों के प्रभारियों के कामकाज से पूरी तरह नाराज है और उनसे दायित्व वापस लिया जा सकता है वहीं कई राज्यों के मंत्रियों को राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी जिम्मेदारी देने के बारे में विचार किया जा रहा है।
शाह, नड्डा और संतोष लगातार बैठक कर बदलाव की पूरी लिस्ट बना रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंजूरी मिल जाने के बाद आने वाले सप्ताह में इन बदलावों और नई नियुक्तियों की घोषणा की जा सकती है।
--आईएएनएस
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