यूपी देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर - मुख्यमंत्री

गोरखपुर, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2017 के बाद राज्य देश की सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था के रूप में सामने आया है। कभी सभी कल्याणकारी योजनाओं में काफी पीछे रहने वाला यह प्रदेश आज देश की 44 योजनाओं में नम्बर एक है। यह दुनिया के लिए सबसे अच्छा निवेश और सुरक्षा का वातावरण देने वाला राज्य है। यह है नया और उभरता उत्तर प्रदेश अब देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।
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यूपी देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर - मुख्यमंत्री गोरखपुर, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2017 के बाद राज्य देश की सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था के रूप में सामने आया है। कभी सभी कल्याणकारी योजनाओं में काफी पीछे रहने वाला यह प्रदेश आज देश की 44 योजनाओं में नम्बर एक है। यह दुनिया के लिए सबसे अच्छा निवेश और सुरक्षा का वातावरण देने वाला राज्य है। यह है नया और उभरता उत्तर प्रदेश अब देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।

मुख्यमंत्री योगी बुधवार को जंगल कौड़िया के रसूलपुर चकिया में महंत अवेद्यनाथ राजकीय महाविद्यालय का लोकार्पण व इस परिसर में स्थापित ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ जी की आदमकद कांस्य प्रतिमा का अनावरण करने के बाद यहां आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 2014 से बदलते भारत को और 2017 से बदलते उत्तर प्रदेश को सभी लोगों ने देखा है। सबको बिना भेदभाव योजनाओं का लाभ मिल रहा है। आज अच्छी सड़कों और बिजली की सुविधा हर गांव तक है। पहले किसानों का धान क्रय नहीं होता था। औने पौने दाम पर बेचने की मजबूरी होती थी। पर, आज कई केंद्र बनाए गए हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद होती है और पैसा सीधे किसान के खाते में ट्रांसफर होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने सबको सुरक्षा का माहौल दिया। पहले पर्वों पर कर्फ्यू लग जाता था लेकिन आज कर्फ्यू तो दूर की बात है, कोरोना भी भाग गया है। नेकनीयती के साथ किए गए कार्य का अच्छा परिणाम आता है। इसमें ईश्वर भी साथ देते हैं।

मुख्यमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि महंत अवेद्यनाथ राजकीय महाविद्यालय में पहले सत्र में प्रवेश लेने वालों में बालिकाओं की संख्या बालकों से अधिक है। नसिर्ंग स्टाफ, शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर में रूप में महिलाओं की सेवा भावना सराहनीय है।

बालिका शिक्षा के प्रति गोरक्षपीठ के आत्मीय जुड़ाव का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरक्षपीठ ने 1956 में ही गोरखपुर के पहले बालिका महाविद्यालय की स्थापना कर दी थी। इसे गोरखपुर विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए दान स्वरूप दे दिया गया। पचास के दशक में ही पीठ की तरफ से पहला इंटर कॉलेज खोल दिया गया था। वर्तमान में गोरक्षपीठ के प्रकल्प महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की तरफ से चार दर्जन संस्थाओं से जुड़कर 50 हजार विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

योगी ने कहा कि पूज्य महंत अवेद्यनाथ जी महाराज यहां से पांच बार विधायक और चार बार सांसद रहे। उनका जंगल कौड़िया से आत्मीय संबंध था। इस क्षेत्र का ऐसा विरला ही परिवार होगा जिससे ब्रह्मलीन महंत जी का आत्मीय जुड़ाव न रहा हो। उनके नाम पर बना यह महाविद्यालय इस क्षेत्र के समग्र विकास में नींव बनेगा।

समारोह में उपस्थित प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में विकास की गंगा बह रही है। मुख्यमंत्री बनते ही उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने सबसे पहले इस महाविद्यालय के स्थापना की घोषणा की। अब तो यह जंगल कौड़िया मंगल कौड़िया बन रहा है। उन्होंने कहा कि यूपी की शिक्षा की पहचान नकल उद्योग की थी लेकिन मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में अब नकलविहीन परीक्षा का यह सबसे बड़ा प्रदेश है। उप मुख्यमंत्री ने अब दस माह पूर्व ही प्रवेश से लेकर परिणाम तक सबकुक पूर्व घोषित है। यही नहीं मुख्यमंत्री ने हर महाविद्यालय में प्लेसमेंट सेल बनाने का भी निर्देश दिया है ताकि युवाओं को रोजगार में दिक्कत नहीं आए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर असिस्टेंट प्रोफेसर को असोसिएट और असोसिएट को प्रोफेसर पदनाम देने का भी प्रस्ताव बनाया जा रहा है।

30.35 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित महंत अवेद्यनाथ राजकीय महाविद्यालय सभी सुविधाओं से युक्त है। इसका शिलान्यास 21 मई 2018 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। कार्यदायी संस्था उप्र. राजकीय निर्माण निगम ने जून 2019 में निर्माण कार्य प्रारंभ किया। महाविद्यालय में 14 क्लास रूम, 4 लैब, 1 लाइब्रेरी, 1 कम्प्यूटर रूम, 1 परीक्षा हाल, 1 प्राचार्य कक्ष, 3 फैकल्टी कक्ष व सभी तल पर प्रसाधन है। विभिन्न सांस्कृतिक व अन्य कार्यक्रमों के लिए 460 लोगों की क्षमता वाला ऑडिटोरियम भी बनाया गया है। इसके अलावा 90 की क्षमता वाला बालक छात्रावास और 60 की क्षमता का बालिका छात्रावास भी है।

--आईएएनएस

विकेटी/एएनएम