कर्नाटक के किसान संगठन 27 सितंबर के भारत बंद का समर्थन करेंगे

मैसूर (कर्नाटक), 11 सितंबर (आईएएनएस)। कर्नाटक किसान संगठन संघ और राज्य गन्ना उत्पादक संघ के सदस्यों ने केंद्र सरकार के विवादास्पद कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 27 सितंबर को किए गए राष्ट्रव्यापी बंद का समर्थन किया है।
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कर्नाटक के किसान संगठन 27 सितंबर के भारत बंद का समर्थन करेंगे मैसूर (कर्नाटक), 11 सितंबर (आईएएनएस)। कर्नाटक किसान संगठन संघ और राज्य गन्ना उत्पादक संघ के सदस्यों ने केंद्र सरकार के विवादास्पद कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 27 सितंबर को किए गए राष्ट्रव्यापी बंद का समर्थन किया है।

एसोसिएशन के अध्यक्ष कुरुबुर शांताकुमार ने शनिवार को कहा, उनके महासंघ के सदस्यों ने भी बंद के आह्वान का समर्थन किया है। उन्होंने किसान समर्थक राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वे इन कानूनों के खिलाफ खुले तौर पर कृषि संगठनों को समर्थन व्यक्त करें और इस विरोध के दौरान भाग लें। संयुक्त किसान मोर्चा का समर्थन करने वाले दिन सभी तालुकों, जिला स्तर और प्रमुख होबली शहरों के किसान सड़कों पर उतरेंगे।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कानूनों को वापस नहीं लेने के अड़ियल रवैये की निंदा की, जबकि संयुक्त किसान मोर्चा के 500 किसान संगठनों के सदस्य दिल्ली-हरियाणा-गाजीपुर सीमाओं पर नौ महीने लंबे विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।

चूंकि आरएसएस ने भारतीय किसान मोर्चा का समर्थन किया था, इसलिए इन कृषि कानूनों के खिलाफ कार्यकर्ताओं ने भी देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया, केंद्र सरकार को इन कानूनों को वापस लेना चाहिए। शांताकुमार ने केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे पर भी किसानों की समस्याओं का जवाब नहीं देने के लिए आड़े हाथ लिया।

उन्होंने सरकार से सभी प्रमुख बैंकों को ऋण वसूली प्रक्रिया के दौरान किसानों को होने वाले उत्पीड़न को रोकने के लिए निर्देश देने की भी मांग की, इस तथ्य के बावजूद कि आरबीआई ने अनापत्ति प्रमाणपत्र एकत्र करना अनिवार्य नहीं किया है और 2 लाख रुपये तक के ऋण को उधार लेने के लिए संपत्तियों को गिरवी नहीं रखा है, क्योंकि कई बैंकों ने ऋण लेने वाले किसानों को परेशान करने के अलावा अपनी संपत्ति गिरवी रखने की मांग की है।

--आईएएनएस

एसजीके/एएनएम