बांग्लादेश की महिला से गैंगरेप मामला: एनआईए ने कर्नाटक में जांच शुरू की
इससे पहले ईस्ट डिवीजन पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया था और छह जुलाई को मामले में 1000 से अधिक पेज का चार्जशीट दाखिल किया था।
सामूहिक दुष्कर्म की जांच में सामने आए बांग्लादेश से मानव तस्करी के मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मामले को आगे की जांच के लिए एनआईए को सौंप दिया है।
इस सिलसिले में एनआईए ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वायरल हुए एक वीडियो के माध्यम से मामला सार्वजनिक होने के बाद पुलिस ने 5 हफ्ते में 1,019 पृष्ठों का आरोप पत्र प्रस्तुत किया था।
पुलिस आयुक्त कमल पंथ ने पुलिस की सराहना की और 1 लाख रुपये नकद इनाम की घोषणा की। अप्रैल के महीने में देश-विदेश में घटना का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने खुद संज्ञान लेकर मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की।
पुलिस ने केरल में पीड़िता का पता लगाया और उसे 30 मई को शहर ले आई। पुलिस ने वीडियो में दिख रही एक महिला सहित पांच आरोपियों को जून के महीने में गिरफ्तार किया था। दो जून को दो आरोपियों को उस समय गोली मार दी गई थी, जब उन्होंने भागने की कोशिश की थी।
पीड़िता ने कहा था कि वह बांग्लादेश की एक अवैध अप्रवासी थी जो भारत में घुसने में कामयाब रही। उसने यह भी खुलासा किया कि आरोपी बिजनेस पार्टनर थे और वह उन्हें लड़कियों की आपूर्ति करती थी। पैसे के लेनदेन से जुड़े मामलों को लेकर गलतफहमी हुई और फिर आरोपी ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया, उसे प्रताड़ित किया और पूरी घटना की वीडियोग्राफी की।
--आईएएनएस
एचके/आरजेएस