कार्यकर्ताओं पर हमले पर बीजेपी : पंजाब में कानून का राज नहीं

नई दिल्ली, 15 जुलाई (आईएएनएस)। पंजाब भाजपा को लगता है कि तीन नए कृषि कानूनों और उसके नेतृत्व के खिलाफ राज्य के किसानों में गुस्सा सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के इशारे पर हो रहा है। हाल ही में पटियाला के राजपुरा में किसानों के विरोध में एक दर्जन से अधिक भाजपा नेताओं को बंधक बना लिया गया था। पंजाब भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख अश्विनी शर्मा ने आईएएनएस को बताया कि राज्य में कानून का राज नहीं है और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह उनकी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमलों को संरक्षण दे रहे हैं।
 | 
कार्यकर्ताओं पर हमले पर बीजेपी : पंजाब में कानून का राज नहीं नई दिल्ली, 15 जुलाई (आईएएनएस)। पंजाब भाजपा को लगता है कि तीन नए कृषि कानूनों और उसके नेतृत्व के खिलाफ राज्य के किसानों में गुस्सा सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के इशारे पर हो रहा है। हाल ही में पटियाला के राजपुरा में किसानों के विरोध में एक दर्जन से अधिक भाजपा नेताओं को बंधक बना लिया गया था। पंजाब भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख अश्विनी शर्मा ने आईएएनएस को बताया कि राज्य में कानून का राज नहीं है और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह उनकी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमलों को संरक्षण दे रहे हैं।

भगवा खेमे का मानना है कि हिंसा और भाजपा नेताओं पर हमले की सभी घटनाएं राजनीति से प्रेरित हैं और कुछ मुट्ठी भर असामाजिक तत्वों द्वारा की जाती हैं। शर्मा ने कहा, पंजाब में ज्यादातर लोग शांतिप्रिय हैं और वे किसी भी प्रकार की हिंसा के खिलाफ हैं। हमारे कार्यकर्ताओं या नेताओं के खिलाफ हिंसा के कृत्यों में शामिल लोगों को सत्तारूढ़ दल द्वारा गुमराह किया जाता है और उन्हें मुख्यमंत्री का आशीर्वाद प्राप्त है।

भाजपा ने आरोप लगाया कि हिंसा के सभी कृत्य अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर किए जा रहे हैं।

कप्तान अमरिंदर सिंह यह विश्वास करते हुए कार्रवाई नहीं कर रहे हैं कि इससे भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरेगा और अगले साल के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी को फायदा होगा। लेकिन मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी को यह समझना चाहिए कि हिंसा को बढ़ावा देने के ऐसे कृत्यों का पंजाब में भारी नुकसान होगा और उन्हें विधानसभा चुनाव में भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। भाजपा कार्यकर्ता बिना किसी डर के लोगों के लिए काम करना जारी रखते हैं।

भाजपा ने हिंसा के कृत्यों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में प्रशासन की विफलता पर भी सवाल उठाया और आरोप लगाया कि राज्य सरकार राज्य में कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने वाले लोगों की ओर आंखें मूंद रही है।

भाजपा कार्यकर्ताओं की हिंसा या धमकी के सभी कृत्य प्रशासन और कानून लागू करने वाली एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किए गए हैं। मुख्यमंत्री और सरकार के निर्देश पर, अधिकारी कार्रवाई करने में विफल रहे हैं। राज्य में पूरी तरह से संवैधानिक टूट-फूट है।

पंजाब भाजपा ने एक बार फिर जोर देकर कहा कि राजनीतिक दल नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों को गुमराह कर रहे हैं। शर्मा ने कहा, हर कोई समझता है कि नरेंद्र मोदी सरकार किसानों के लाभ के लिए नए कृषि कानून लाई है, लेकिन विपक्षी दल लोगों के मन में संदेह पैदा कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।

इस साल की शुरूआत में हुए पंजाब स्थानीय निकाय चुनावों के दौरान भी भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं पर हमला किया गया था।

--आईएएनएस

एचके/एएनएम