हैदराबाद के डॉक्टर रघु राम एएसजीबीआई सम्मान पाने वाले बने पहले भारतीय

हैदराबाद, 21 जुलाई (आईएएनएस)। हैदराबाद के डॉक्टर और केआईएमएस-उषालक्ष्मी सेंटर फॉर ब्रेस्ट डिजीज के संस्थापक निदेशक पी. रघु राम ने एसोसिएशन ऑफ ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड (एएसजीबीआई) के सर्जन्स की मानद फेलोशिप से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय होने का दुर्लभ गौरव हासिल किया है।
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हैदराबाद के डॉक्टर रघु राम एएसजीबीआई सम्मान पाने वाले बने पहले भारतीय हैदराबाद, 21 जुलाई (आईएएनएस)। हैदराबाद के डॉक्टर और केआईएमएस-उषालक्ष्मी सेंटर फॉर ब्रेस्ट डिजीज के संस्थापक निदेशक पी. रघु राम ने एसोसिएशन ऑफ ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड (एएसजीबीआई) के सर्जन्स की मानद फेलोशिप से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय होने का दुर्लभ गौरव हासिल किया है।

सर्जिकल बॉडी के अध्यक्ष नील वेल्च ने मंगलवार को वर्चुअल आयोजित शताब्दी वार्षिक आम सभा की बैठक के दौरान रघु राम को इस सम्मान से नवाजा।

इस मौके पर वेल्च ने कहा, रघु राम भारतीय मूल के पहले सर्जन हैं जिन्हें एएसजीबीआई के 100 साल के इतिहास में यह सम्मान दिया गया है। हमें एएसजीबीआई के सम्मानीय फेलो के रूप में उनका स्वागत करते हुए खुशी हो रही है।

मानद फेलोशिप एएसजीबीआई द्वारा दुनिया भर के उन चुनिंदा सर्जनों को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान और मान्यता है, जिन्होंने सर्जरी और सर्जिकल देखभाल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

प्रतिष्ठित पुरस्कार कानून द्वारा सीमित है और एएसजीबीआई संविधान के अनुसार सम्मानीय फेलो की संख्या 60 से अधिक नहीं हो सकती है।

राम ने सम्मान मिलने पर कहा, यह भारत के लिए एक बड़ा सम्मान है और मैं इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को भारतीय सर्जिकल बिरादरी को सर्जरी की कला और विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए समर्पित करता हूं।

उन्होंने अपने मरीजों को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने उन्हें अपनी देखभाल में शामिल होने का मौका दिया।

उन्होंने कहा, पिछले 14 वर्षों में, मैंने सर्वोत्तम ब्रिटिश प्रथाओं को दोहराने और उदाहरण देने का प्रयास किया है और अपनी मातृभूमि में स्तन स्वास्थ्य देखभाल के वितरण में सुधार के एक गंभीर प्रयास में यूके और भारत के बीच लिविंग ब्रिज के रूप में कार्य किया है।

एएसजीबीआई की स्थापना 100 साल पहले हुई थी, जो यूके और आयरलैंड में अभ्यास करने वाले सभी विशिष्टताओं के सर्जनों का प्रतिनिधित्व करती है।

राम को पद्म श्री, बीसी रॉय और अन्य लोगों के बीच ओबीई मान्यताएं भी मिल चुकी हैं।

--आईएएनएस

एचके/आरजेएस