सीएम योगी के दलितों संग भोज पर आरएलडी बोली यूपी में ये दिखावा काम नहीं आयेगा बाबा

नई दिल्ली, 14 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दलित के घर खाना खाने को राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) ने बीजेपी का ढोंग करार दिया है। कहा यूपी में दलितों को साबुन-शैंपू और सेंट बांटा गया था, दलित इस मानसिकता को कभी स्वीकार नहीं करेगा।
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सीएम योगी के दलितों संग भोज पर आरएलडी बोली यूपी में ये दिखावा काम नहीं आयेगा बाबा नई दिल्ली, 14 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दलित के घर खाना खाने को राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) ने बीजेपी का ढोंग करार दिया है। कहा यूपी में दलितों को साबुन-शैंपू और सेंट बांटा गया था, दलित इस मानसिकता को कभी स्वीकार नहीं करेगा।

आरएलडी ने शुक्रवार को बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि दलित विरोधी मानसिकता को दलित समाज कभी स्वीकार नहीं करेगा। चुनावी मौसम में रंग बदलते बहुत देखा है यूपी ने, ये दिखावा काम नहीं आना वाला बाबा! कुशीनगर में बाबा के प्रवास से पहले दलितों को साबुन-शैंपू और सेंट बांटा गया था, उन्हें गंदा और बदबूदार कहा गया था।

गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को मकर संक्रांति के मौके पर गोरखपुर में एक दलित परिवार के साथ भोजन किया।

यूपी सरकार के खिलाफ राज्य के मंत्रियों और भाजपा विधायकों द्वारा लगाए जा रहे दलित विरोधी होने के आरोपों के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने दलित के घर भोजन कर कहा कि वंशवाद और परिवारवाद की राजनीति करने वाले समाजिक न्याय के समर्थक नहीं हो सकते। मुख्यमंत्री ने दलितों के साथ खिचड़ी भोज करने के बाद कहा कि भ्रष्टाचार जिनके जीन्स का हिस्सा हो, वे सामाजिक न्याय की लड़ाई नहीं लड़ सकते।

हालांकि गोरक्षपीठ के अनुसार गोरक्षपीठाधीश्वर परंपरा के अनुसार पीठ की गद्दी पर बैठने महंत को प्रत्येक मकर संक्रांति के अवसर पर दलित के घर खिचड़ी खानी होती है। शुक्रवार को सीएम योगी ने गोरखपुर मंदिर की मकर संक्रांति पर्व पर 40 वर्ष पुरानी सामाजिक समरसता की उस परंपरा को निभाया, जिसमें पीठ की गद्दी पर बैठने महंत को प्रत्येक मकर संक्रांति के अवसर पर दलित के घर खिचड़ी खानी होती है।

वहीं आरएलडी समेत अन्य विपक्षी दल इसे चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं और चुनावी स्टंट करार दे रहे हैं। सीएम योगी ने इस अवसर पर चुनावी लाभ पाने अपने कामों का बखान भी किया।

--आईएएनएस

पीटीके/एएनएम