शीर्ष माओवादी नेता आर.के. का बीमारी से निधन

हैदराबाद, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश की तत्कालीन सरकार के साथ 2004 में शांति वार्ता में माओवादियों का नेतृत्व करने वाले शीर्ष माओवादी नेता अक्कीराजू हरगोपाल उर्फ रामकृष्ण का छत्तीसगढ़ में बीमारी के कारण मौत निधन हो गया।
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शीर्ष माओवादी नेता आर.के. का बीमारी से निधन हैदराबाद, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश की तत्कालीन सरकार के साथ 2004 में शांति वार्ता में माओवादियों का नेतृत्व करने वाले शीर्ष माओवादी नेता अक्कीराजू हरगोपाल उर्फ रामकृष्ण का छत्तीसगढ़ में बीमारी के कारण मौत निधन हो गया।

सूत्रों के अनुसार, 58 वर्षीय नेता, जिन्हें आरके के नाम से जाना जाता है, का बुधवार को दक्षिण बस्तर में पुरानी बीमारी के कारण निधन हो गया।

वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी की केंद्रीय समिति के सदस्य और प्रतिबंधित संगठन की आंध्र-ओडिशा सीमा विशेष क्षेत्रीय समिति के प्रभारी थे।

पार्टी के एक प्रमुख विचारक आरके के खिलाफ विभिन्न राज्यों में कई मामले लंबित थे और उन पर 97 लाख रुपये का इनाम था।

छत्तीसगढ़ पुलिस ने खुफिया एजेंसियों द्वारा वायरलेस इंटरसेप्ट के बाद शीर्ष माओवादी नेता की मौत की पुष्टि की। हालांकि, भाकपा-माओवादी ने अभी तक रिपोर्ट की पुष्टि करते हुए एक बयान जारी नहीं किया है।

आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के तुमरुकोटा गांव के रहने वाले आरके ने अविभाजित आंध्र प्रदेश में वाई.एस. राजशेखर रेड्डी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के साथ शांति वार्ता में तत्कालीन भाकपा-माले पीपुल्स वार का नेतृत्व किया था।

बातचीत के दौरान, भाकपा-माले पीपुल्स वार का तत्कालीन माओवादी कम्युनिस्ट सेंटर (एमसीसी) के साथ विलय कर भाकपा-माओवादी का गठन किया गया। वार्ता विफल हो गई थी, क्योंकि माओवादियों ने सरकार पर संघर्ष विराम तोड़ने का आरोप लगाते हुए प्रक्रिया से हाथ खींच लिया था।

आरके अक्टूबर 2016 में ओडिशा के मलकानगिरि जिले में पुलिस के साथ गोलीबारी में घायल हो गए थे। उस मुठभेड़ में तीस माओवादी मारे गए थे और शुरू में उनके लापता होने की सूचना दी गई थी।

नागरिक अधिकार समूहों और माओवादियों से सहानुभूति रखने वालों ने आरोप लगाया था कि उन्हें पुलिस हिरासत में रखा गया था। आरके की पत्नी सिरीशा ने हैदराबाद उच्च न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की थी। आंध्र प्रदेश पुलिस ने अदालत को बताया कि आर.के. उनकी हिरासत में नहीं था। बाद में माओवादियों ने बयान जारी कर कहा कि वह सुरक्षित हैं।

--आईएएनएस

एसजीके