पति के अपहरण के बाद बदमाशों ने पत्नी को किया फोन ,कहा तेरे पति को मार डालेंगे, फिर क्या‍ हुआ, देखें यह बड़ी खबर…

बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय में महिला के मोबाइल पर एक फोन आया. फोन करने वालों ने बताया कि उसके पति की हत्या कर रहे हैं. चार दिन से गायब पति के बारे में इस तरह की धमकी मिलने से महिला परेशान होने लगी. पुलिस को जानकारी दी गई, लेकिन पुलिस ने उसकी बात को गंभीरता से
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बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय में महिला के मोबाइल पर एक फोन आया. फोन करने वालों ने बताया कि उसके पति की हत्या कर रहे हैं. चार दिन से गायब पति के बारे में इस तरह की धमकी मिलने से महिला परेशान होने लगी. पुलिस को जानकारी दी गई, लेकिन पुलिस ने उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया. दो दिन बाद पति की लाश जंदाहा में सड़क किनारे पड़ी मिली. पति की मौत की खबर मिलने के बाद महिला के होश उड़ गये. घटना से आक्रोशित परिजनों ने सड़क जाम कर हंगामा करना शुरू कर दिया. पुलिस ने बमुश्किल लोगों को शांत कराया।

तेघड़ा थाना क्षेत्र के नगर पंचायत के वार्ड नंबर 16 निवासी सेठ चौरसिया चार नवंबर से गायब थे. परिजनों ने बताया कि रजिस्ट्री ऑफिस के निकट से कार सवार पांच बदमाशों ने उनका अपहरण कर लिया था. इसके बाद पांच नवंबर को सेठ चौरसिया की पत्नी के मोबाइल पर बदमाशों ने फोन किया था।

बदमाशों ने कहा कि उसके पति की हत्या कर लाश को फेंक दिया गया है. फोन पर इस तरह की धमकी मिलने के बाद परिजन थाने में पहुंच गये. उन्होंने बताया कि पुलिस को फोन आने की जानकारी दी गई. इसके बाद पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली, लेकिन बदमाशों की गिरफ्तारी और सेठ चौरसिया की बरामदगी के लिए कोई प्रयास नहीं किया।

परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें कहा कि बदमाशों द्वारा बताये गये स्थान पर तलाश करो. परिजन पटना पहुंच गये और किडनेप बेटे की तलाश शुरू कर दी. उन्हें बेटे का तो कोई सुराग नहीं मिला, लेकिन एक बदमाश को उन्होंने दबोच लिया. परिजनों ने बताया कि वे बदमाश को पुलिस तक पहुंचाते, उससे पहले ही स्थानीय लोगों के विरोध की वजह से उसे छोड़ना पड़ा. इसके बाद 7 नवंबर की शाम को सेठ चौरसिया की लाश जंदाहा में सड़क किनारे पड़ी मिली।

पुलिस की सूचना पर परिजन मौके पर पहुंच गये. घटना से आक्रोशित परिजनों ने सड़क जाम कर हंगामा करना शुरू कर दिया. जाम और हंगामे की सूचना पर तेघरा बीडीओ संदीप पाण्डेय और कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई. नाराज लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराते हुए मुआवजा देने का आश्वासन दिया गया, जिसके बाद जाम खुलवाया जा सका।