नड्डा ने पंजाब भाजपा नेताओं से की मुलाकात, पार्टी कार्यकर्ताओं पर हुए हमलों पर चर्चा

नई दिल्ली, 17 जुलाई (आईएएनएस)। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने शनिवार को पार्टी के पंजाब इकाई के नेताओं से मुलाकात की और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति और पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमले पर चर्चा की।
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नड्डा ने पंजाब भाजपा नेताओं से की मुलाकात, पार्टी कार्यकर्ताओं पर हुए हमलों पर चर्चा नई दिल्ली, 17 जुलाई (आईएएनएस)। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने शनिवार को पार्टी के पंजाब इकाई के नेताओं से मुलाकात की और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति और पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमले पर चर्चा की।

यह कहते हुए कि राज्य कानून के शासन से शासित है, बैठक के दौरान नड्डा ने पार्टी कार्यकतार्ओं को आश्वासन दिया कि भाजपा उनके साथ खड़ी है।

पंजाब भाजपा अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने आईएएनएस को बताया कि नड्डा ने उन पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की, जिन्हें किसानों के विरोध के नाम पर हिंसक हमलों का सामना करना पड़ा, जिनमें 13 वे कार्यकर्ता भी शामिल हैं, जिन्हें हाल ही में पटियाला के राजपुरा में 12 घंटे से अधिक समय तक बंधक बनाकर रखा गया था।

शर्मा ने कहा, नड्डा जी ने हमलों का सामना करने वाले कार्यकर्ताओं से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की और उन्हें आश्वासन दिया कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा उनके साथ खड़ी है। नड्डा जी ने उन्हें यह भी बताया कि एक राज्य रूल ऑफ लैंड से शासित होता है।

बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ, पंजाब भाजपा अध्यक्ष शर्मा, प्रदेश पदाधिकारी एवं वरिष्ठ नेता तथा कार्यकतार्ओं सहित नये कृषि कानूनों को लेकर हमले झेल रहे कार्यकर्ता मौजूद थे।

शर्मा ने इस बात पर भी जोर दिया कि पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई।

शर्मा ने कहा, एक घंटे से अधिक समय तक चली बैठक के दौरान, नड्डा जी ने हमारे कार्यकर्ताओं से बात की, जिन्हें किसानों के नाम पर असामाजिक तत्वों द्वारा हमलों का सामना करना पड़ा। विधानसभा चुनावों के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई।

पता चला है कि नड्डा ने बैठक में उन सभी भाजपा कार्यकर्ताओं की बात सुनी है, जिन पर हमला किया गया था।

उन्होंने कहा, पंजाब में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है और अमरिंदर सिंह सरकार की देश के कानून को लागू करने में कोई दिलचस्पी नहीं है। लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है, लेकिन मुख्यमंत्री यह भूल गए हैं और उन्होंने भाजपा कार्यकतार्ओं पर हिंसक हमलों की घटनाओं को लेकर अपनी आंखें मूंद लीं हैं।

--आईएएनएस

एकेके/एएनएम