तदर्थ शिक्षकों के पद अतिथि शिक्षकों में किए जा रहे परिवर्तित : शिक्षक संगठन

नई दिल्ली, 14 सितम्बर (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय तदर्थ शिक्षकों के पदों को समाप्त कर उन्हें अतिथि शिक्षकों में परिवर्तित कर रहा है। दिल्ली विश्वविद्यालय कि शिक्षक संगठनों ने यह आरोप लगाते हुए कहा कि परिषद के अनुसार स्थायी नियुक्ति के लिए तदर्थ शिक्षकों को वरीयता दी जानी चाहिए। साथ ही संस्थान गेस्ट फैकल्टी को 10 प्रतिशत से अधिक पदों पर नियुक्त नहीं कर सकते हैं।
 | 
तदर्थ शिक्षकों के पद अतिथि शिक्षकों में किए जा रहे परिवर्तित : शिक्षक संगठन नई दिल्ली, 14 सितम्बर (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय तदर्थ शिक्षकों के पदों को समाप्त कर उन्हें अतिथि शिक्षकों में परिवर्तित कर रहा है। दिल्ली विश्वविद्यालय कि शिक्षक संगठनों ने यह आरोप लगाते हुए कहा कि परिषद के अनुसार स्थायी नियुक्ति के लिए तदर्थ शिक्षकों को वरीयता दी जानी चाहिए। साथ ही संस्थान गेस्ट फैकल्टी को 10 प्रतिशत से अधिक पदों पर नियुक्त नहीं कर सकते हैं।

शिक्षक संगठन, दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) ने दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा एडहॉक टीचर्स के पदों को समाप्त कर उन्हें गेस्ट टीचर्स में तब्दील किए जाने की कड़े शब्दों में निंदा की। डीटीए ने कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर पी.सी. जोशी से मांग की है कि राजनीति विज्ञान विभाग ने अपने यहां 18 गेस्ट टीचर्स की नियुक्ति करने संबंधी जो नोटिफिकेशन जारी किया है उन पदों पर एडहॉक, टेम्परेरी या स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति की जाए।

डीटीए के शिक्षकों ने कहा कि विभाग व कॉलेज गेस्ट टीचर्स की आड़ में धीरे-धीरे स्वीकृत पदों को समाप्त किया जा रहा है। एक तरफ शिक्षा मंत्रालय और यूजीसी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को बैकलॉग पदों को भरने संबंधी सकरुलर जारी कर दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर इन पदों को गेस्ट टीचर्स में तब्दील किया जा रहा है।

डीटीए के अध्यक्ष डॉ. हंसराज सुमन ने बताया है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग ने अपने यहां 18 गेस्ट टीचर्स के पदों पर नियुक्ति करने संबंधी नोटिफिकेशन जारी कर आवेदन करने के लिए एक फॉर्मेट दिया है। इसे अभ्यर्थियों द्वारा इस परफॉर्मा को भरकर 18 सितंबर तक भेजना है। जिन 18 पदों पर नियुक्ति की जानी है उनमें सामान्य 6 पद ,एससी 3 पद ,एसटी 1 पद ,ओबीसी 5 पद ,ईडब्ल्यूएस 2 पद व एक पद पीडब्ल्यूडी से भरा जाना है।

साथ ही इन पदों को भरने के लिए पीएचडी अनिवार्य किया है। डॉ. सुमन ने बताया है कि इस विभाग में पहले 14 असिस्टेंट प्रोफेसर के पद थे उसके बाद 12 किए गए और हाल ही में 10 एडहॉक टीचर्स नियुक्त किए हैं। उन्होंने बताया है कि राजनीति विज्ञान विभाग ने पिछले महीने 26 अगस्त को 10 एडहॉक टीचर्स की वैकेंसी निकाली थीं।

इन वैकेंसी में सामान्य 5 वर्ग के लिए, 2 अनुसूचित जाति , 2 अनुसूचित जनजाति के लिए और 01 ओबीसी कोटे के उम्मीदवार के लिए आरक्षित थीं। इन 10 पदों पर 31 अगस्त को इंटरव्यू कराया गया। उसके बाद अब 18 गेस्ट टीचर्स के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया।

डॉ. सुमन ने बताया है कि 28 अगस्त 2019 को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा भेजे गए विभागों कॉलेजों को पत्र में कहा गया है कि वह अपने यहां एडहॉक पदों के स्थान पर गेस्ट टीचर्स की नियुक्ति करे।

इस संदर्भ में दिल्ली यूनिवर्सिटी के कार्यवाहक कुलपति से मांग की है कि वह जल्द ही आरक्षण और रोस्टर को सही से लागू कराने के लिए कॉलेजों को एक सकरुलर जारी करें, जिसमें यह सख्त निर्देश दिए गए हो कि जब भी गेस्ट टीचर्स के पदों पर नियुक्ति हो उसमें रोस्टर और आरक्षण का केंद्र सरकार की आरक्षण नीति के अनुसार एससी, एसटी, ओबीसी और पीडब्ल्यूडी के उम्मीदवारों को आरक्षण दिया जाये ताकि इन वर्गों के साथ सामाजिक न्याय हो।

--आईएएनएस

जीसीबी/एएनएम