चिराग राजग में हैं और आगे भी रहेंगे : बिहार के मंत्री

पटना, 13 सितम्बर (आईएएनएस)। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के सांसद चिराग पासवान और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव की बढ़ती नजदीकियों के बीच सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और बिहार के मंत्री नीरज कुमार बबलू ने यहां कहा कि चिराग राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में हैं और आगे भी रहेंगे।
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चिराग राजग में हैं और आगे भी रहेंगे : बिहार के मंत्री पटना, 13 सितम्बर (आईएएनएस)। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के सांसद चिराग पासवान और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव की बढ़ती नजदीकियों के बीच सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और बिहार के मंत्री नीरज कुमार बबलू ने यहां कहा कि चिराग राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में हैं और आगे भी रहेंगे।

पिछले साल हुए बिहार विधानसभा चुनाव में लोजपा राजग से अलग हटकर अकेले चुनाव मैदान में उतरी थी। इसका राजग में शामिल जदयू को भारी नुकसान भी उठाना पड़ा था।

इस बीच, भाजपा के प्रदेश कार्यालय में सोमवार को आयोजित सहयोग कार्यक्रम में मंत्री और भाजपा विधायक नीरज कुमार बबलू ने चिराग पासवान को राजग का अंग बताया है।

भाजपा नेता से जब पत्रकारों से चिराग और तेजस्वी के बीच नजदीकियों के संबंध में प्रश्न पूछा तब मंत्री ने कहा, ऐसा कुछ नहीं है, नजदीकियां बढ़ने का। किसी का किसी से नजदीकी बढ़ सकती है, यह अलग बात है। लेकिन चिराग पासवान जी राजग का पार्ट हैं और मुझे लगता है, आगे भी रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि रविवार को लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान की पहली पुण्यतिथि को लेकर चिराग पासवान द्वारा वार्षिक श्राद्ध का आयोजन किया गया था। इस मौके पर राजद के नेता तेजस्वी यादव भी पहुंचे थे। इस दौरान दोनों नेता की नजीदिकियां देखने को मिली थीं।

इस कार्यक्रम में भाजपा के नेता भी पहुंचे थे, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित जदयू के कोई बड़ा नेता शामिल नहीं हुआ था।

उल्लेखनीय है कि पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव के समय चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी नीतियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने नीतीश कुमार के नेतृत्व में राजग से चुनाव लड़ने से साफ इंकार करते हुए राजग से अलग होकर चुनाव लड़ने का फैसला लिया था।

लोजपा ने उन अधिकांश सीटों पर अपने उम्म्ीदवार उतारे थे, जो सीटें जदयू के कोटे में गई थीं। इस चुनाव में चिराग की नाराजगी का जदयू को कीमत भी चुकानी पड़ी थी। चुनाव के दौरान चिराग खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हनुमान भी बता रहे थे।

--आईएएनएस

एमएनपी/एएनएम