कांग्रेस ने हवाला मामले को दबाने के लिए माकपा-भाजपा की सांठगांठ का लगाया आरोप
पूर्व विपक्ष के नेता चेन्नीथला ने मीडिया को बताया कि जांच को लेकर काफी समय से संदेह जताया जा रहा था। आशंका जताई जा रही थी कि भाजपा को क्लीन चिट देने के लिए जांच में पर्दाफाश हो सकता है।
चेन्निथला ने कहा, तथ्य यह है कि चार्जशीट में एक भी भाजपा नेता का नाम नहीं है, यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि दोनों दलों के बीच सांठगांठ है।
उन्होंने कहा, यह 6 अप्रैल के विधानसभा चुनाव के दौरान स्पष्ट था।
बुधवार को, सुरेंद्रन से 90 मिनट तक पूछताछ की गई और उन्हें छोड़ दिया गया और इसी तरह त्रिशूर जिले में भाजपा के एक दर्जन से अधिक शीर्ष और मध्यम स्तर के नेता थे।
भाजपा की केरल इकाई उस समय बैकफुट पर आ गई जब त्रिशूर ग्रामीण पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई कि भूमि लेनदेन में अग्रिम भुगतान करने के लिए शिकायतकर्ता द्वारा अप्रैल में त्रिशूर-कोडकारा राजमार्ग पर अपने वाहन में 25 लाख रुपये की राशि चोरी कर ली गई थी।
पुलिस की शिकायत उन रिपोटरें से मेल खाती है जिसमें कहा गया है कि आदिवासी नेता सी. जानू की पार्टी, जेआरपी को सुरेंद्रन से भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में लौटने के लिए 10 लाख रुपये मिले।
जेआरपी कोषाध्यक्ष प्रसीदा अझिकोड के रहस्योद्घाटन को सुरेंद्रन और जानू ने तुरंत अस्वीकार कर दिया, जिन्होंने अपनी ही पार्टी के पदाधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी थी।
--आईएएनएस
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