कांग्रेस ने विजयन को हत्या का आरोपी बताया, जो सोने की तस्करी में शामिल थे
पैरोल के नियमों के अनुसार, यह सुनिश्चित करना स्थानीय पुलिस की जिम्मेदारी है कि पैरोल पर लोग कोई गलत काम न करें और अगर ऐसा होता है, तो वह दी गई पैरोल को तुरंत रद्द कर उस व्यक्ति को जेल वापस कर सकते हैं।
मीडिया से बात करते हुए सतीसन ने कहा कि हत्या के मामले में एक आरोपी मोहम्मद शफी फिलहाल पैरोल पर बाहर हैं। सतीसन ने कहा कि उसके घर पर सीमा शुल्क ने छापा मारा और सोने की तस्करी के मामले में भी पूछताछ की।
हम मांग करते हैं कि शफी की पैरोल तुरंत रद्द की जाए। यह विजयन के लिए शर्म की बात है क्योंकि हत्या का आरोपी भाग रहा है। असली सच्चाई यह है कि न तो पार्टी और न ही राज्य सरकार का इन आरोपियों पर कोई नियंत्रण है, क्योंकि उन्हें आरोपी द्वारा ब्लैकमेल किया जा रहा है। हम इस मुद्दे को अगले सप्ताह विधानसभा सत्र शुरू होने पर उठाएंगे।
बात दें कि शफी कन्नूर जेल में बंद था। अब वह पैरोल पर बाहर है।
आरएमपी के संस्थापक चंद्रशेखरन पर 4 मई 2012 को हमलावरों ने 51 बार वार किया था। जब वह कोझीकोड के पास अपने गृहनगर में अपनी मोटरसाइकिल से घर लौट रहे थे।
इस मामले में 11 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, जिनमें से तीन मध्य स्तर के माकपा नेता थे और हत्या के पीछे की साजिश की जांच की मांग अभी भी अदालत के पास है।
---आईएएनएस
एएनएम