कलिंग साहित्य महोत्सव के बुक अवॉर्डस 2020-21 की घोषणा

नई दिल्ली, 8 सितम्बर (आईएएनएस)। भुवनेश्वर में देश-दुनिया के दिग्गज साहित्यकार जुटने वाले हैं। लिटरेचर फेस्टिवल इस साल 10, 11 और 12 दिसंबर को भुवनेश्वर में आठवें कलिंगा लिटरेरी फेस्टिवल के तौर पर आयोजित होगा। केएलएफ बुक अवॉर्ड साहित्य की विभिन्न विधाओं जैसे- कविता संग्रह, अनुवाद, भाषा, बिजनेस, पर्यावरण, आत्मकथा/जीवनी, बच्चों की पुस्तक, खेल तथा सामरिक मामलों पर लिखी गई पुस्तकों के लिए प्रदान किया जाता है।
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कलिंग साहित्य महोत्सव के बुक अवॉर्डस 2020-21 की घोषणा नई दिल्ली, 8 सितम्बर (आईएएनएस)। भुवनेश्वर में देश-दुनिया के दिग्गज साहित्यकार जुटने वाले हैं। लिटरेचर फेस्टिवल इस साल 10, 11 और 12 दिसंबर को भुवनेश्वर में आठवें कलिंगा लिटरेरी फेस्टिवल के तौर पर आयोजित होगा। केएलएफ बुक अवॉर्ड साहित्य की विभिन्न विधाओं जैसे- कविता संग्रह, अनुवाद, भाषा, बिजनेस, पर्यावरण, आत्मकथा/जीवनी, बच्चों की पुस्तक, खेल तथा सामरिक मामलों पर लिखी गई पुस्तकों के लिए प्रदान किया जाता है।

बता दें कि कलिंग साहित्य महोत्सव आयोजन समिति ने हाल ही में महोत्सव के आयोजन की तारीखों का ऐलान किया था।

कलिंग साहित्य महोत्सव के संस्थापक रश्मि रंजन परिदा ने बताया कि कलिंग लिटरेरी फेस्टिवल में साहित्यकारों, कलाकारों, पाठकों और अन्य लोगों को कई नए अनुभव मिलेंगे। इस महोत्सव में लेखक, शिक्षाविद, नीति निर्माता, साहित्यिक-सांस्कृतिक, राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ता, कानून निमार्ता, सरकारी अधिकारी, कॉरपोरेट जगत के दिग्गज, आध्यात्मिक विचारक और छात्र समेत समाज के हर वर्ग के लोगों को रचनात्मक वातावरण मिलता है। यहां लोग अपने पसंदीदा लेखकों, कलाकारों से मिलते हैं और विचारों का आदान-प्रदान करते हैं।

रश्मि रंजन परिदा के मुताबिक कलिंगा लिटरेरी फेस्टिवल में बुक अवॉर्ड को इसी वर्ष से शामिल किया गया है। केएलएफ बुक अवार्डस विभिन्न शैलियों में साहित्यिक प्रतिभाओं को पहचानने, उन्हें प्रोत्साहित करने और सम्मान करने के अवसर प्रदान करता है।

रश्मि रंजन ने बताया कि पुरस्कार के लिए पुस्तकों का चयन एक स्वतंत्र निर्णायक मंडल करता है। इस मंडल में साहित्यकार, कलाकार तथा अन्य वर्ग के विद्वान शामिल हैं। निर्णायक मंडल 2020-21 के दौरान प्रकाशित होने वाली विभिन्न श्रेणियों की पुस्तकों का अध्ययन करने के उपरांत कुछ पुस्तकों और उनके लेखकों को सम्मानित करने का फैसला किया है।

जिन पुस्तकों को इस वर्ष बुक ऑफ द ईयर अवॉर्ड के लिए चुना गया है वे इस प्रकार हैं-

नॉन-फिक्शन किताबें

- संदीप बमजाई की पुस्तक प्रिंसिस्तान: हाउ नेहरू, पटेल एंड माउंटबेटन मेड इंडिया (रूपा पब्लिकेशन- 2020)

- शशि थरूर और समीर सरन की पुस्तक द न्यू वल्र्ड डिस्ऑर्डर एंड द इंडियन इंपेरेटिव (एलेफ बुक कंपनी- 2020)

- विनय सीतापति की पुस्तक जुगलबंदी: द बीजेपी बिफोर मोदी (पेंग्विन रैंडम हाउस इंडिया- 2020)

- पवन कुमार वर्मा की द ग्रेट हिंदू सिविलाइजेशन: अचीवमेंट, नेगलेक्ट, बायस एंड द वे फॉरवर्ड (वेस्टलैंड-2021)

- टीएम कृष्णा की पुस्तक ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ मृदंगम मेकर्स (कॉन्टेक्स्ट, वेस्टलैंड- 2020)

- प्रेम प्रकाश की पुस्तक रिपोटिर्ंग इंडिया (पेंग्विन रैंडम हाउस-2020)

- आशुतोष भारद्वाज की पुस्तक द डेथ स्क्रिप्ट (हार्पर कोलिंस इंडिया- 2020)

फिक्शन

- जाह्न्वी बरुआ का उपन्यास अंडरटो(पेंग्विन रैंडम हाउस इंडिया- 2020)

- नमिता गोखले और मालाश्री लाल की पुस्तक ब्रिटेड बाय होप: ए प्ले ऑन द लाइफ ऑफ माइकल मधुसूदन दत्त (हार्पर कोलिंस इंडिया- 2020)

- तराना हुसैन खान की पुस्तक द बेगम एंड द दास्तान (वेस्टलैंड- 2021)

- अश्विनी सांघी की पुस्तक द वॉल्ट आफ विष्णु (वेस्टलैंड- 2020)

- अशोक कौल की पुस्तक अंडरकवर इन बांदीपोरा (वितास्ता पब्लिकेशन-2020)

काव्य-गजल संग्रह

- गुलजार का काव्य संग्रह ए पोएम ए डे (हार्पर कोलिंस इंडिया- 2020)

- ग्रेटा राणा की पुस्तक फ्रॉम कैसलफोर्ड टू काठमांडू (वज्र बुक्स, काठमांडू- 2021)

- अभय कुमार के दो संग्रह कालिदास: मेघदूत- द क्लाउड मैसेंजर और कालिदास: ऋतुसंहारम- द सिक्स सीजन्स (ब्लूम्सबरी-2021)

- बसन्त चौधरी का गजल संग्रह अनेक पल और मैं (वाणी प्रकाशन- 2021)

--आईएएनएस

आरजेएस