कर्नाटक सरकार वीजा विस्तार में अफगान छात्रों की मदद नहीं कर सकती : मंत्री
उन्होंने कहा, विदेश मंत्रालय मामले को देखेगा। जो कोई भी वीजा विस्तार चाहता है, वह अपना आवेदन दाखिल कर सकता है। मंत्रालय मामले को देखेगा।
नारायण ने कहा, हम किसी को एक महीने की अवधि के लिए वीजा नहीं देने जा रहे हैं। छात्रों को शैक्षणिक आवश्यकताओं के आधार पर निर्धारित समय के लिए वीजा मिलेगा। हम इन मामलों में हस्तक्षेप नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा, हालांकि, मानवीय आधार पर उनकी अन्य समस्याओं को देखा जा सकता।
इससे पहले, मैसूर विश्वविद्यालय के कुलपति जी. हेमंत कुमार ने परिसर में पढ़ रहे अफगान छात्रों को आश्वासन दिया था कि विश्वविद्यालय उनके कार्यवाहक के रूप में कार्य करेगा और जब तक उनका वीजा समाप्त नहीं हो जाता तब तक वे परिसर में वापस रह सकते हैं।
कुमार ने कहा, टेलीविजन पर तस्वीरें भयानक हैं। हम अफगानिस्तान में जो हो रहा है उसे नियंत्रित नहीं कर सकते। लेकिन हम यहां पढ़ रहे अफगानिस्तान के छात्रों की रक्षा करेंगे। जब तक वे परिसर में रहेंगे, विश्वविद्यालय उनका कार्यवाहक रहेगा।
अफगानिस्तान के 92 छात्र मैसूर विश्वविद्यालय में पढ़ रहे हैं। पंद्रह अफगान छात्र धारवाड़ कृषि विश्वविद्यालय में कृषि में पीएचडी और एमएससी कार्यक्रम कर रहे हैं। इसके अलावा, 300 से अधिक अफगान छात्र बेंगलुरु में विभिन्न पाठ्यक्रमों में नामांकित हैं।
--आईएएनएस
एसजीके