उल्फा उग्रवाद को झटका, राजखोवा समेत किन किन उल्फा उग्रवादियों ने किया सरेंडर, जानिए इस खबर में…

न्यूज टुडे नेटवर्क। उल्फा को कड़ा झटका लगा है। उल्फा के एक कर्नल समेत चार उल्फा उग्रवादियों ने सरेंडर कर दिया। मेघालय असम बांग्लादेश बार्डर पर कुख्यात खूंखार उल्फा उग्रवादी ने चार साथियों के साथ सरेंडर कर दिया। सरेंडर के बाद चले सर्च अभियान में उग्रवादियों की निशानदेही पर भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा
 | 
उल्फा उग्रवाद को झटका, राजखोवा समेत किन किन उल्फा उग्रवादियों ने किया सरेंडर, जानिए इस खबर में…

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। उल्‍फा को कड़ा झटका लगा है। उल्‍फा के एक कर्नल समेत चार उल्‍फा उग्रवादियों ने सरेंडर कर दिया। मेघालय असम बांग्‍लादेश बार्डर पर कुख्‍यात खूंखार उल्‍फा उग्रवादी ने चार साथियों के साथ सरेंडर कर दिया। सरेंडर के बाद चले सर्च अभियान में उग्रवादियों की निशानदेही पर भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा और गोला बारूद बरामद किया गया है। उल्‍फा उग्रवादियों का यह सरेण्‍डर आतंक पर बड़ी चोट माना जा रहा है।

दरअसल खुफिया एजेंसियों द्वारा सुनियोजित आपरेशन के दौरान हताश होकर उल्‍फा आई नेता एसएस कर्नल दृष्‍टि राजखोवा ने अपने चार साथियों यासीन असोम, एसएस कार्पोरल वेदांत, मिथुन असोम और रोपज्‍योति असोम के साथ सरेंडर कर दिया। यह चारों खतरनाक आतंकी गतिविधियों को मिशन के तहत अंजाम देते थे। पिछले नौ महीने से सुरक्षा एजेंसियां इनकी तलाश कर रही थीं।

सूत्रों के अनुसार राजखोवा अभी अफसरों की हिरासत में है उसे पूछताछ के लिए असम लाया जा रहा है। राजखोवा यूनाइटेड लिब्रेशन फ्रंट आफ असम के चीफ कमांडर परेश बरूआ का खास सिपहसालार बताया जा रहा है। रजखोआ के सरेंडर के बाद उल्‍फा को कड़ा झटका लगा है। सरकार ने बीते सालों वर्ष 1990 में उल्‍फा को उग्रवादी संगठन घोषित करके प्रतिबंधित कर दिया था।