मप्र में विजेता सरपंच से प्रमाणपत्र के बदले मांगे डेढ़ लाख, रिश्वत लेते पकड़े गए


पुलिस के संगठन लोकायुक्त से मिली जानकारी के अनुसार बरसोला निवासी उमाशंकर लोधी सरपंच का चुनाव जीते, उन्हें चुनाव जीतने पर प्रमाण पत्र देने से पहले खनियाधाना नायब तहसीलदार सुधाकर तिवारी ने डेढ़ लाख की रिश्वत की मांगी थी। शिकायतकर्ता द्वारा लोकायुक्त को शिकायत दर्ज कराई गई थी इसके बाद लोकायुक्त ने शिकायत की सत्यता की पुष्टि की और योजनाबद्ध ढंग से नायब तहसीलदार के आवास पर शिकायतकर्ता को भेजा।

बताया गया है कि ग्वालियर से आई लोकायुक्त की टीम ने पूर्व में बनाई गई रणनीति के मुताबिक एक लाख रुपए की रिश्वत अपने आवास पर लेते हुए नायब तहसीलदार को रंगे हाथों पकड़ने में सफलता पाई।
शिकायतकर्ता आवेदक के अनुसार वह सरपंच के पद पर विजयी हुआ था, जिसके प्रमाण पत्र के लिए नायब तहसीलदार द्वारा डेढ़ लाख रुपये की अवैध रिश्वत मांगी जा रही थी। पूर्व में 50 हजार रुपए की रिश्वत दी थी, इसके बाद एक लाख रुपये और देने थे जो 12 जुलाई को देना तय हुआ था। इसी आधार पर शिकायतकर्ता नायब तहसीलदार को एक लाख रुपए की रिश्वत देने के लिए पहुंचा, तभी आरोपी नायब तहसीलदार को लोकायुक्त ग्वालियर की टीम ने रिश्वत की राशि लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।

ग्वालियर लोकायुक्त टीम के निरीक्षक कविंद्र सिंह चौहान ने बताया कि शिकायतकर्ता के द्वारा शिकायत की गई थी इसके बाद रिश्वत लेते हुए नायब तहसीलदार को उनके आवास से पकड़ा गया है।
--आईएएनएस
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