अमेरिकी पाबंदियों पर उत्तर कोरिया ने दी कड़ी प्रतिक्रिया की चेतावनी
प्योंगयांग की आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) द्वारा दिए गए एक बयान में, उत्तर के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि हाल ही में हाइपरसोनिक मिसाइल होने का दावा आत्मरक्षा के अधिकार के लिए अभ्यास था।
न्यूज एजेंसी योनहाप ने केसीएनए के बयान के हवाले से कहा, अगर अमेरिका इस तरह के टकराव का रुख अपनाता है, तो डीपीआरके को इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
डीपीआरके का मतलब उत्तर का आधिकारिक नाम, डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया है।
अमेरिका ने बुधवार को हथियारों और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों में शामिल 6 उत्तर कोरिया के लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया।
यह कदम उस दिन आया जब उत्तर ने मंगलवार को एक नई विकसित हाइपरसोनिक मिसाइल होने का दावा किया, जो एक सप्ताह से भी कम समय में इस तरह का दूसरा परीक्षण है।
केसीएनए के बयान में कहा गया कि डीपीआरके का हाल ही में नए प्रकार के हथियार का विकास उसकी राष्ट्रीय रक्षा क्षमता के आधुनिकीकरण के प्रयासों का एक हिस्सा था।
इसने किसी विशिष्ट देश या बल को निशाना नहीं बनाया और इसने पड़ोसी देशों की सुरक्षा को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया।
अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता में गतिरोध के बीच उत्तर कोरिया कई नए हथियारों का परीक्षण कर रहा है।
2019 में हनोई शिखर सम्मेलन बिना किसी समझौते के समाप्त होने के बाद से परमाणु वार्ता रुकी हुई है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने गुरुवार को कहा कि उत्तर कोरिया और मिसाइलें दागना जारी रख सकता है। इसे उत्तर कोरिया ध्यान आकर्षित करने की कोशिश के रूप में वर्णित करता है।
--आईएएनएस
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