यूक्रेन ने गैस पारगमन में रुकावट के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया

कीव, 12 मई (आईएएनएस)। यूक्रेन के गैस ट्रांसमिशन सिस्टम ऑपरेटर (जीएसटीओयू) ने रूस पर यूक्रेन और यूरोप में उपभोक्ताओं के लिए यूक्रेन के माध्यम से रूसी गैस पारगमन को बाधित करने का आरोप लगाया है।
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यूक्रेन ने गैस पारगमन में रुकावट के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया कीव, 12 मई (आईएएनएस)। यूक्रेन के गैस ट्रांसमिशन सिस्टम ऑपरेटर (जीएसटीओयू) ने रूस पर यूक्रेन और यूरोप में उपभोक्ताओं के लिए यूक्रेन के माध्यम से रूसी गैस पारगमन को बाधित करने का आरोप लगाया है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जीएसटीओयू के प्रमुख सर्गेई माकोगोन ने बुधवार को कहा कि गजप्रोम ने रूस से गैस मापने वाले स्टेशन सोखरानिवका तक गैस का परिवहन बंद कर दिया है, इस प्रकार यूक्रेन के पूर्वी डोनेट्स्क और लुगांस्क क्षेत्रों में आपूर्ति निलंबित कर दी गई है।

जीएसटीओयू ने कहा कि उसे रूसी सेना द्वारा नियंत्रित पूर्वी यूक्रेन में क्षेत्रों के माध्यम से यूरोप में रूसी गैस पारगमन को निलंबित करने के लिए मजबूर किया गया था।

जीएसटीओयू ने कहा कि सोखरानिवका और सीमा कंप्रेशर स्टेशन नोवोप्सकोव के माध्यम से गैस पारगमन तकनीकी प्रक्रियाओं में अनधिकृत हस्तक्षेप और गैस की निकासी पर रोक दिया गया था।

नोवोप्सकोव लुगांस्क क्षेत्र में गैस कंप्रेशर स्टेशन है, जो सोखरनिवका के माध्यम से प्रति दिन 32.6 मिलियन क्यूबिक मीटर गैस या यूरोप में रूस के गैस पारगमन का एक तिहाई पंप करता है।

जीएसटीओयू ने कहा कि वह यूक्रेन के नियंत्रण वाले क्षेत्र में स्थित सोखरानिवका से सुजा फिजिकल इंटरकनेक्शन पॉइंट तक गैस प्रवाह को फिर से शुरू करने के लिए तैयार है।

जीएसटीओयू ने कहा कि सोखरनिवका से सुझा को क्षमता का एक समान हस्तांतरण 12 से 25 अक्टूबर, 2020 तक निर्धारित मरम्मत के कारण हुआ।

इसके अनुसार, सुझा की क्षमता प्रति दिन 72 मिलियन क्यूबिक मीटर गैस पंप करने की है।

31 मार्च को, जीएसटीओयू ने कहा कि यूक्रेन में 44 गैस-वितरण स्टेशनों ने रूस-यूक्रेन संघर्ष में गोलाबारी से हुए नुकसान के कारण अपने संचालन को निलंबित कर दिया।

12 अप्रैल को, स्थानीय मीडिया ने बताया कि यूक्रेन के माध्यम से रूस का गैस पारगमन अनुबंधित अधिकतम के लगभग 68 प्रतिशत तक गिर गया।

2021 में यूक्रेन ने यूरोप में उपभोक्ताओं को लगभग 41.6 बिलियन क्यूबिक मीटर रूसी गैस पहुंचाई गई जो 2020 से 25 प्रतिशत कम है।

--आईएएनएस

एचएमए/एसकेके