खेती में अनुचित भारी लागत के खिलाफ न्यूजीलैंड में विरोध प्रदर्शन
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हॉवेल ऑफ ए प्रोटेस्ट कार्यक्रम में ट्रक, ट्रैक्टर, यूट और यहां तक कि कुत्तों सहित हजारों कृषि वाहन देश भर के शहरों में घूमते हुए देखे गए।
मई में, न्यूजीलैंड सरकार ने अपनी नई छूट योजना की घोषणा की, जो किवी के लिए कम कार्बन-उत्सर्जक कारों को और अधिक किफायती बना देगी और उच्च उत्सर्जन वाले वाहनों पर शुल्क लगाएगी, जिसमें यूट्स, काम करने वाले किसानों के लिए एक बहुत ही सामान्य वाहन और न्यूजीलैंड के ग्रामीण इलाके में रहते हैं।
किसानों से संबंधित अन्य नए नियम फ्रेशववॉटर के नियम, शीतकालीन चराई नियम और स्वदेशी जैव विविधता नियम हैं।
इन नए नियमों के बारे में माना जाता है कि ये पर्यावरणीय स्थिरता के साथ-साथ कम कार्बन उत्सर्जन के लिए अच्छे इरादे से आए हैं, किसानों का मानना है कि वे व्यावहारिक रूप से लागू होने से बहुत दूर हैं, लेकिन प्राथमिक उद्योग पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ जोड़ रहे हैं।
प्राथमिक क्षेत्र न्यूजीलैंड की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है।
पिछले एक साल में, कोविड -19 महामारी के बावजूद डेयरी और रेड मीट के नेतृत्व में प्राथमिक उद्योग अभी भी बढ़ रहा था।
शुक्रवार के विरोध प्रदर्शन के दौरान, किसानों को न्यूजीलैंड के लोगों को नो किसान नो फूड कहते हुए बैनर पकड़े देखा गया।
सरकार की ओर से साल की दूसरी तिमाही में एक दशक का रिकॉर्ड महंगाई दर 3.3 फीसदी की बढ़ोतरी उसी दिन जारी की गई थी।
कथित तौर पर विरोध प्रदर्शन न्यूजीलैंड के 55 शहरों और कस्बों में हुए ।
--आईएएनएस
एसएस/आरजेएस