कर्नाटक में बार-बार भूकंप के झटके के कारण गांव छोड़ने को मजबूर लोग

कलबुर्गी (कर्नाटक), 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। बार-बार भूकंप से घबराए कलबुर्गी जिले के चिंचोली तालुक के गडिकेश्वर गांव के लोगों ने क्षेत्र छोड़ना शुरू कर दिया है।
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कर्नाटक में बार-बार भूकंप के झटके के कारण गांव छोड़ने को मजबूर लोग कलबुर्गी (कर्नाटक), 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। बार-बार भूकंप से घबराए कलबुर्गी जिले के चिंचोली तालुक के गडिकेश्वर गांव के लोगों ने क्षेत्र छोड़ना शुरू कर दिया है।

ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें मंगलवार को भी तीन बार हल्का भूकंप महसूस हुआ और वे दोबारा कोई चांस नहीं लेना चाहते।

मंगलवार की रात गांव का दौरा करने वाले विपक्षी नेता सिद्धारमैया ने मौके से राजस्व मंत्री आर. अशोक को फोन किया और जिला आयुक्त को शेड बनाने और लोगों को सुविधाएं मुहैया कराने का निर्देश देने को कहा है।

दूसरी ओर, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र (केएसएनडीएमसी) के अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक बुलाई है।

बोम्मई ने अधिकारियों को राहत केंद्र स्थापित करने और भूकंप से घरों को हुए नुकसान की भरपाई करने का निर्देश दिया है।

उन्होंने अधिकारियों को उत्तरी कर्नाटक के कलबुर्गी और विजयपुरा जिलों में बार-बार भूकंप आने पर एक रिपोर्ट सौंपने का भी निर्देश दिया है।

पांच साल से इस समस्या का सामना कर रहे 50 फीसदी से ज्यादा लोग गांव छोड़ चुके हैं। जिन लोगों ने रुकने की हिम्मत की, वे अपने बच्चों के साथ खुले मैदान में सोने को मजबूर हो गये हैं।

डिप्टी कमिश्नर, वसीरेड्डी विजया ज्योत्सना ने बताया कि भू-वैज्ञानिकों और एसएनडीएमसी की टीम, (जिन्होंने इस जगह का दौरा किया था) ने माना है कि बारिश और सर्दियों के मौसम में हल्के झटके और आवाजें आना आम बात है, क्योंकि यह पृथ्वी की परतों की गति के कारण होता है।

ग्रामीणों को बताया गया है कि इन झटकों से उनकी जान को कोई खतरा नहीं होगा। ग्रामीणों के साथ कुछ समय बिताने और उनमें जागरूकता पैदा करने के लिए विशेषज्ञों को फिर से बुलाया गया है।

ज्योत्सना ने कहा, मैं भी गांव वालों में विश्वास जगाने के लिए गांव में रहूंगी।

--आईएएनएस

एचके/आरजेएस