बरेली: निवेशकों के रूपए हड़पने वाले गोला ब्रदर्स की गुंडई के कारनामे भी नहीं हैँ कम, देखें ये खबर

 

न्यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के कौने-कौने से निवेशकों का करोड़ों-अरबों रुपये हजम करने वाले बरेली के गोला ब्रदर्स योगी राज में कानून के निशाने पर आए हैं तो उनकी ठगी ही नहीं गुंडई के मामले भी खुलकर सामने आ रहे हैं। महाठग रूपकिशोर गोला और उसके भाई अवधेश गोला के बरेली में कुर्मांचल नगर की पास जिस जमुना विहार कालोनी में आलीशान मकान हैं, वहां गोला ब्रदर्स के आतंक की गवाही बच्चा-बच्चा देता नजर आ रहा है। गेट बंद कालोनी मे जमुना विहार कालोनी में सिर्फ 13 घर हैं, जिनमें सबसे आखिर में पार्क से सटे दो मकान जालसाज गोला ब्रदर्स के हैं। तत्कालीन भाजपा एमएलसी मनोहर लाल खट्टर ने परिवार की दिवंगत सदस्य की याद में इस कालोनी की स्थाना की थी और 21 जनवरी 2007 को उस वक्त के जिलाधिकारी भुवनेश कुमार ने पहुंचकर भूमि पूजन किया था।

एमएलसी मोहन लाल खट्टर के बेटे गिरधर गोपाल खट्टर ने कालोनी में अपने लिए घर बनाया और बाकी प्लाट उन्होंने सभ्रांत लोगों को बेच दिए। इनमें कई व्यापारी, प्रोफेसर और सेना से रिटायर लोग शामिल थे। खट्टर फैमिली को रूपकिशोर गोला की कारगुजारियां पता नहीं थी, जिसकी वजह से एक प्लाट का सौदा उसके हाथ भी कर दिया। रूपकिशोर गोला ने बाद में जोड़तोड़ कर अपने घर से सटा हुआ मकान भी अपने नाम करा लिया था और अंदर से दोनों मकानों को एक कर लिया। गोला ब्रदर्स की एंट्री के बाद कालोनी के ऐसे बुरे दिन आए कि दिवंगत एमएलसी मोहन लाल खट्टर के सुपुत्र गिरधर खंडेलवाल ने अपना मकान बेचने का फ्लेक्स खुलेआम कालोनी के गेट पर लटका रखा है।

कालोनी के लोग दबी जुबान से बताते हैं कि जिस दिन गोला परिवार के जमुना विहार कालोनी में कदम पड़े, बस उसी दिन से बाकी सभी परिवारों की नींद हराम हो गई। कालोनी के अंदर सबसे अखिर में एक पार्क भी हैं, जिससे सटे हुए गोला ब्रदर्स के दो मकान हैं। स्थानीय लोगों ने न्यूज टुडे नेटवर्क को बताया कि गोला ने आईसीएल कंपनी में निवेशकों का पैसा जमाकर खूब मजे लूटे। कालोनी की एक मात्र तंग सड़क पर गोला ब्रदर्स की कारों का बेड़ा ऐसे धमाचौकड़ी करता था, जैसे पूरी कालोनी उनकी जागीर हो। रेंज रोवर, मर्सिडीज जी वेगन, बीएमडब्ल्यू, ऑडी, फार्चुनर, होंडा सिटी, मारूति सियाज जैसी देश की शायद ही कोई गाड़ी होगी, जो नटवरलाल गोला ब्रदर्स के बेड़े में नजर न आती हों। रुपकिशोर गोला, उसकी पत्नी रजनी गुप्ता गोला, अविवाहित भाई अवधेश उर्फ बंटी गोला एक से एक महंगी गाड़ियों में हूटर बजाते आते-जाते पूरी कालोनी की जान गले में अटकाए रहते थे। अवधेश गोला उर्फ बंटी जिस फार्चुनर से सबसे ज्यादा चलता था, उस पर विधानसभा का पास भी लगवा रखा था। वैसे तो गोला के खानदान-रिश्तेदारी में कोई व्यक्ति आज तक विधायक नहीं बना है, ऐसे में सवाल उठता है कि विधानसभा का पास बंटी गोला को किस विधायक की मेहरबानी से मिला था।

बताया जाता है कि हर वक्त पैसा-पावर के तुर्रे में रहने वाले रुपकिशोर गोला की पत्नी रजनी गोला और भाई बंटी गोला ने कालोनी के पार्क ने निजी संपत्ति बना लिया था और बाकी परिवारों को पार्क में जाने पर रोक-टोक करते थे। किसी का डॉगी भी गलती से पार्क में पहुंच जाता था तो गोला फैमिली उस कालोनी वाले पर कहर बनकर टूट पड़ती थी। बंटी गोला के साथ हर वक्त हथियारबंद सुरक्षागार्ड्स रहते थे। जब चाहा जिसे चाहा बंटी गोला और उसके हथियारबंद साथी घर में घुसकर कूट देते थे। कालोनी के दो परिवारों पर जुल्म की सच्चाई स्थानीय लोग बताना नहीं भूलते, जिनको गुंडे छोटे गोला ने साथियों के साथ मिलकर घर में घुसकर मारा था। हमले में किसी पड़ोसी का हाथ टूटा था तो कोई गंभीर रूप से घायल होकर अस्पताल पहुंच गया था। बंटी गोला ने बुजुर्ग महिलाओं को भी निशाना बनाने से नहीं चूका था। कुटे-पिटे पड़ोसियों ने पुलिस बुलाई मगर कोला ब्रदर्स की पावर के आगे उनकी एक न चली। एक रिटायर्ड फौजी पर भी गोला फैमिली ने काफी परेशान किया था।

इतना गुंडई के बाद भी अगर गोला फैमिली का पुलिस बाल बांका नहीं करती थी, तो उसकी खास वजह थी। सपा हो भाजपा, हर सरकार में सत्ताधारी दल के नेता रुपकिशोर गोला और अवधेश गोला उर्फ बंटी से गलबहियां करते थे। एक मंत्री जब भी बरेली आते थे, तो गोला फैमिली के मेहमान जरूर बनते थे। विधायकों के खानदानी भी गोला के यहां अक्सर जमे देखे जाते थे। लोकल थाना इज्जतनगर की पुलिस ऐसे में दबंग गोला से पंगा लेने की भूल कैसे कर सकती थी, इसलिए बंटी गोला को गुंडई की खुली छूट मिली हुई थी। कम रूपकिशोर गोला भी नहीं था, जिसके कारनामे सुभाषनगर थाने में पहले से दर्ज हैं। आरके गोला के जुल्म का शिकार हुए कैलाश कश्यप ने अपहरण, संपत्ति हड़पने, घर में घुसकर मारपीट करने की रिपोर्ट बहुत पहले दर्ज कराई थी, जिसका मुकदमा अभी कोर्ट में विचाराधीन चल रहा है।

योगी राज में अब बरेली पुलिस हजारों निवेशकों का करोड़ो-अरबों रुपये हड़प करने वाले गोला ब्रदर्स के खिलाफ ईमानदारी से कार्रवाई कर रही है तो इसका सीधा श्रेय बरेली के मौजूदा एसएसपी प्रभाकर चौधरी को भी जाता है वरना निवेशक तो वर्षों से आवाज उठा रहे थे मगर उनकी सुनने वाला ही कौन था। रूपकिशोर गोला को पुलिस ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है तो अवधेश उर्फ बंटी गोला की तलाश में दबिशें जारी हैं। रूपकिशोर गोला की पत्नी रजनी गोला घर पर ताला डालकर खुद भी गायब हो गई है और पति और देवर के प्यारे कुत्तों को साथ ले गई है। सूत्र बताते हैं कि गोला फैमिली अपना पैकअप तो काफी समय पहले से कर रहे थे मगर अचानक रूपकिशोर गोला के गिरफ्तार हो जाने से उनकी योजना बीच में ही गड़बड़ा गई। हालांकि, गोला ब्रदर्स के बेड़े में शामिल महंगी कारों को उन्होंने पहले ही गायब जरूर कर दिया जो अब शहर में कहीं नजर नहीं आ रहीं हैं।