बरेली: जोगीनवादा के बवाल वाले इलाके में जा रहे एआईएमआईएम जिलाध्यक्ष समर्थकों समेत नजरबंद

 

न्यूज टुडे नेटवर्क। बरेली के जोगीनवादा में हुए बवाल के बाद मुस्लिम पक्ष से मिलने जा रहे एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष को पुलिस ने समर्थकों सहित नजरबंद कर दिया। सावन के सोमवार से एक दिन पहले रविवार को पुराना शहर बरेली के वनखंडीनाथ मन्दिर के पास जोगीनवादा में बवाल हो गया है। धार्मिक स्थल से कांवड़ियों पर पत्थर फेंके गए थे। जिसके बाद शहर भर की शांति को खतरा पैदा हो गया था। मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक पूर्व पार्षद सपा नेता समेत कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

इसी मामले में एकपक्षीय कार्रवाई का आरोप लगाते हुए असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम यानि आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लमीन के बरेली जिलाध्यक्ष मुजम्मिल रजा खां समर्थकों ने बुधवार को समर्थकों के साथ जोगीनवादा जाने का ऐलान किया था। बवाल के बाद से इलाके में पुलिस पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स के जवान तैनात हैं। हालांकि अभी इलाके में शांति व्यवस्था कायम है, फिर भी शांति भंग होने की आंशका के चलते पुलिस ने एआईएमआईएम नेताओं को जोगीनवादा जाने से पहले ही नजरबंद कर दिया।

जिलाध्यक्ष मुजम्मिल रजा खां और उनके समर्थकों को उनके कार्यालय पर ही पुलिस ने नजरबंद कर दिया। एआईएमआईएम नेता जोगीनवादा जाकर शांतिपूर्ण वार्ता करने की जिद पर अड़े रहे लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां नहीं जाने दिया। जिसके बाद जिलाध्यक्ष मुजम्मिल रजा खां ने कहा कि वह बवाल से प्रभावित हुए लोगों से मिलने वहां जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। उन्होंने पुलिस पर एकपक्षीय कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कहा कि मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है। लोग घरों में ताले डालकर भाग गए हैँ। बताया कि बवाल से निपटने में सहयोग के लिए पुलिस ने पूर्व पार्षद और सपा नेता को वहां बुलाया था। बाद में उसे जेल भेज दिया गया। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधा। कहा कि सपा को सिर्फ मुसलमानों के वोट चाहिए, मुस्लिमों पर हो रहे जुल्म से उन्हें कोई लेना देना नहीं है।