Uttarakhand Landslide Place - देश में भूस्खलन प्रभावित जिलो में उत्तराखंड के दो जिले शीर्ष पर  
 

 

Uttarakhand Landslide - अक्सर हम भूस्खलन की घटनाओं को पढ़ते और सुनते रहते हैं, बारिश के मौसम के यह घटनाएं सवेंदनशील जगहों पर तेजी से बढ़ जाती हैं। जिस कारण हमें पहाड़ी जिलों में सफर करते समय सतर्क होना पड़ता है। आमतौर पर पहाड़ी क्षेत्रों में लैंडस्लाइड होना आम बात है,  लेकिन कहीं जगहों पर यह बहुत तेजी से होती है। आइये जानते हैं देश के सर्वाधिक भूस्खलन जोखिम वाले जिले कौन से हैं। राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (एनआरएससी) की एक रिपोर्ट के अनुसार देवभूमि उत्तराखंड के दो जिले भूस्खलन के लिहाज से काफी सवेदनशील बताये जाते हैं।


उत्तराखंड का पहला जिला रुद्रप्रयाग जो भूस्खलन के लिए देश का सबसे जोखिम बताया गया है. यह जिला आध्यात्म की दृस्टि से महत्वपूर्ण है। इसी जिले में बाबा केदार (Kedarrnath Dham) का धाम भी आता है, वहीं गढ़वाल मंडल का टिहरी जिला(Tehri) जो कि भूस्खलन की दृष्टिकोण से दूसरा सबसे ज्यादा संवेदनशील जिला है यही पर प्रसिद्ध सुरकंडा देवी(surkhanda Devi) का मंदिर हैं। देश का तीसरा सबसे ज्यादा भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्र केरल राज्य का थ्रीसूर जिला(Thrisur) है जिसे केरल की सांस्कृतिक राजधानी भी कहा जाता हैं। राजौरी भारत के जम्मू और कश्मीर (Jammu Kashmir)राज्य में स्थित एक जिला है राजौरी चौथा सबसे ज्यादा भूस्खलन प्रभावित जिला हैं । पर्यटन में रूचि रखने वालों यह महत्वपूर्ण स्थान हैं, पालक्कड़(palkakad) केरल राज्य का  जिला है जो कि भूस्खलन  को लेकर देश का पांचवा सबसे संवेदनशील जिला है। पालक्कड़ को केरल का अन्न भंडार भी कहा जाता है।