ओखलकांडा - काल बनकर दौड़ रहे हैं ओवरलोड वाहन, सात मौतों के बाद भी नहीं सुधर रहे चालक, पांच सीटर में ठूंसी 15 सवारी
ओखलकांडा - बीते दिन ब्लॉक के पतलोट सड़क में हुए मैक्स (Patlot Okhalkanda Max Accident) वाहन हादसे ने कई परिवारों की खुशियां छीन ली, बाबजूद उसके वाहन चालक अब भी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. सड़कों पर अभी भी टैक्सी गाड़ियां ओवरलोड काल बनकर दौड़ रही हैं. सड़क हादसों में ओवर लोडिंग भी प्रमुख कारण है, पतलोट सड़क हादसे में गाड़ी ओवर लोड थी. यह भी एक मुख्य हादसे का कारण रहा था. पहाड़ को जाने वाले वाहन ओवरलोड चल रहे है। ओवरलोड वाहनों पर लगाम लगाने में परिवहन विभाग नाकाम नजर आ रहा है। ओवरलोड वाहनों से हो रहे हादसों से न तो पुलिस, परिवहन विभाग और न ही वाहन चालक सबक लेने को तैयार हैं.
खनस्यू में पुलिस थाने से महज एक किमी पहले पांच सीटर पास कैंपर वाहन में 15 यात्री ठूसे हुए मिले। धारी एसडीएम केएन गोस्वामी ने कैंपर यूके04टीबी5610 को रोककर वाहन को सीज किया। साथ ही चालक का लाइसेंस और वाहन परमिट निरस्त करने के लिए आरटीओ को पत्र लिखा है। कैंपर में 15 यात्रियों के भरे होने से पता चलता है की वाहन चालकों को हादसे के दूसरे दिन भी पुलिस और परिवहन विभाग का भय नहीं है। साथ ही पुलिस और परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली में सवाल खड़े हुए हैं.
हल्द्वानी से काठगोदाम-हैड़ाखान मार्ग होते हुए यात्री पतलोट-खनस्यू मार्ग पर टैक्सी से आवाजाही करने को मजबूर हैं। हल्द्वानी से काठगोदाम-हैड़ाखान होते हुए पतलोट-खनस्यू और ओखलकांडा मार्ग में रोडवेज बसों के संचालन नहीं होने से यात्रियों को टैक्सियों में अतिरिक्त किराए के साथ जान जोखिम डालकल सफर करना पड़ रहा है। परिवहन विभाग की ओर से अगर हल्द्वानी से ओखलकांडा मार्ग पर रोडवेज बस का संचालन किया जाएगा तो यात्रियों को सुखद यात्रा का लाभ मिलेगा। साथ ही टैक्सी वाहनों में ओवरलोडिंग की समस्या से भी निजात मिल सकेगी.