Loksabha Election - अपने ही बुने जाल में फंस गए सांसद अजय भट्ट, प्रकाश जोशी बोले अब जनता से माफ़ी मांगें भाजपा प्रत्याशी
*17 करोड़ की सांसद निधि में आठ करोड़ के प्रस्ताव का है मामला -
*आरोप है कि सांसद निधि से अजय भट्ट 10 करोड नहीं कर पाए हैं खर्च -
Loksabha Election 2024 - जैसे - जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही हैं, वैसे ही प्रत्याशियों का एक दूसरे पर आरोप - प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. नैनीताल ऊधम सिंह नगर संसदीय सीट से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी प्रकाश जोशी का कहना है कि सांसद अजय भट्ट के अपनी आधी से ज्यादा सांसद निधि खर्च न कर पाने का आरोप तथ्यात्मक तौर पर प्रमाणित हो गया है. जोशी ने कहा चुनाव आयोग में शिकायत करके वर्तमान सांसद अजय भट्ट खुद अपने बनाए जाल में घिर गए हैं. कांग्रेस प्रत्याशी जोशी ने कहा कि केंद्र सरकार के सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग की वेबसाइट पर आधिकारिक आंकड़ा है. इस आंकड़े से साथ उन्होंने चुनाव आयोग को अपना जवाब रविवार को प्रस्तुत कर दिया है.
क्या है मामला -
आपको बता दें की बीते 11 अप्रैल रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के रिटर्निंग ऑफिसर से कांग्रेस उम्मीदवार प्रकाश जोशी के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन में समाचार पत्रों में प्रकाशित विज्ञापन के बारे में शिकायत की थी. शिकायत में भट्ट ने कहा कि विज्ञापनों में उनकी सांसद निधि को लेकर प्रकाश जोशी द्वारा गलत बातें कही गई हैं. उन्होंने कहा कि विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित विज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि उन्होंने अपने MPLADS (संसद सदस्य स्थानीय क्षेत्र विकास योजना) निधि का केवल 40 प्रतिशत खर्च किया है और शेष राशि वापस कर दी है. जिस पर आयोग ने कांग्रेस प्रत्याशी को 48 घंटे में जवाब दाखिल करने का नोटिस दिया था.
कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी ने दिया जवाब -
कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी कहना है कि भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट ने अखबारों में प्रकाशित विज्ञापनों को असत्य एवं तथ्यहीन बताते हुए चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी. जिस पर आयोग ने उनसे 48 घंटे में जवाब दाखिल करने का नोटिस दिया था. उन्होंने अपना जवाब रविवार को चुनाव आयोग को भेज दिया है. जोशी ने कहा भाजपा सरकार के आंकड़े यह साबित करते हैं कि अजय भट्ट 17 करोड़ की कुल सांसद निधि में से केवल आठ करोड़ के ही प्रस्ताव भेज पाए हैं जिसमें से मात्र सात करोड़ के कार्य की स्वीकृति प्रदान की गई और इतनी ही राशि रिलीज हुई है. जोशी ने कहा इन आंकड़ों से यह आरोप तथ्यात्मक तौर पर प्रमाणित हो गया कि भट्ट ने अपनी सांसद निधि की 10 करोड़ राशि का कोई उपयोग नहीं किया. ऐसे में नैनीताल उधम सिंह नगर संसदीय क्षेत्र 10 करोड़ के विकास कार्यों से वंचित रह गया. सरकार की ओर से जारी आंकड़ों से अजय भट्ट की निष्क्रियता प्रमाणित हो जाने के बाद उन्हें क्षेत्र की जनता से माफी मांग लेनी चाहिए.