Loksabha Election - नैनीताल - उधम सिंह नगर सीट पर कांग्रेस को लगा झटका, तीन लाख के अधिक अंतर से अजय भट्ट ने जीता चुनाव
हल्द्वानी - देश भर में आज लोकसभा चुनावों के नतीजे आ गए हैं, हालांकि कोई भी पार्टी बहुमत के 272 का जादुई आंकड़ा नहीं छू पाई, 400 पार का नारा देने वाली बीजेपी भी इंडीविसुअल 250 तक के आंकड़े तक नहीं पहुंची. हालांकि एनडीए के सदस्यों को मिलाकर यह आंकड़ा 290 के करीब तक जा पहुंचा है.
उत्तराखंड ने भी बीजेपी के झोली में भर - भर के कमल डाले हैं, प्रदेश की सभी पांचों सीटों पर लगातार तीसरी बार बीजेपी के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज कर हैट्रिक मार ली है, लिहाजा कई सीटों पर अंतर 2019 के बराबर नहीं है. नैनीताल लोकसभा सीट पर अजय भट्ट ने राज्य में सबसे बड़ी जीत दर्ज की है वह, अपने 2019 के मार्जिन के आंकड़े के करीब तक पहुंचे हैं.
उत्तराखंड की नैनीताल- ऊधमसिंह नगर सीट पर भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट ने भारी मतों से जीत दर्ज की। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी को 334548 मतों से हराया, भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट को 772671 मत मिले, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी को 438123 मतों से संतुष्ट होना पड़ा.
नैनीताल-ऊधमसिंह नगर संसदीय सीट पर मतदाताओं ने भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट को अपना सांसद चुना है। इस सीट पर अजय भट्ट के अलावा कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी, बसपा के अख्तर अली, यूकेडी के शिव सिंह समेत दस उम्मीदवार मैदान में थे। नैनीताल लोकसभा सीट पर शुरुआती चुनावी रुझान से ही भाजपा आगे चल रही थी। अजय भट्ट की जीत के साथ ही यहां कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाना शुरू कर दिया।
चलाई सब्जी की दुकान
अजय भट्ट का जीवन बेहद संघर्षों से भरा रहा। वे भी कभी आजीविका के लिए चाय बेचते थे, दूनागिरी मंदिर में चूड़ी बिंदी सहित कभी सब्जी की दुकान चलाते थे। काम उम्र में पिता के निधन के बाद पारिवारिक जिम्मेदारी के चलते उन्होंने ये सब किया लेकिन समाज सेवा का जज्बा उन्हें राजनीति में ले आया। 1985 में वे भाजयुमो से जुड़े और राज्य आंदोलन में भी सक्रिय रहे। 1996 से 2007 तक वे विधायक रहे। बाद में भाजपा के अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष भी रहे। 2017 में जब उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने की पूरी संभावना थी तभी वे चुनाव हार गए और सीएम बनने से चूक गए लेकिन उनकी संगठन में सक्रियता और जनता पर पकड़ को देखते हुए भाजपा ने 2019 में लोकसभा का टिकट दिया और वे दिग्गज नेता हरीश रावत को रिकॉर्ड 339096 मतों से पराजित कर सांसद बने। 7 जुलाई 2021 को उन्हें पर्यटन और रक्षा राज्य मंत्री का दायित्व दिया गया।
ये रहीं प्रमुख उपलब्धियां -
अजय भट्ट को बतौर मंत्री केवल ढाई वर्ष का कार्यकाल मिला। लेकिन इस अवधि में और पूर्व में बतौर सांसद उन्होंने जमरानी बांध की स्वीकृति, काठगोदाम नैनीताल रोपवे, सात सौ करोड़ से हल्द्वानी नैनीताल मार्ग को डबल लेन बनवाने, रामगढ़ में विश्व भारती केंद्रीय विवि कैंपस की स्वीकृति के अलावा नैनीताल, भवाली में पार्किंग, सुशीला तिवारी अस्पताल में कैथ लैब, काठगोदाम अमृतसर ट्रेन, हल्द्वानी में केरल की तर्ज पर आयुर्वेदिक अस्पताल, दो सौ करोड़ से बलियानाले के उपचार, खैरना पुल निर्माण, कुमाऊं में एम्स के सैटेलाइट सेंटर, हर घर नल योजना सहित दर्जनों कार्यों को स्वीकृत और प्रारंभ करवाया। उनके सांसद प्रतिनिधि के रूप में गोपाल रावत ने भी सभी कार्यों को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।