हल्द्वानी - पाल कॉलेज में ऐपण कार्यशाला आयोजित, पारंपरिक ऐपण में छिपी है स्वरोजगार की सम्भावनायें 

 

हल्द्वानी - पाल कालेज ऑफ टेक्नोलौजी एण्ड मैनेजमैन्ट में बी0एड0 विभाग द्वारा उत्तराखण्ड लोकचित्रकला “ऐपण” एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ कालेज की सचिव कामनी पाल, सी0ई0ओ0 निर्भय पाल, प्रो0 के0के0 पाण्डे, सलाहकार, शैक्षणिकव एस0चटटोपध्याय, निदेशक एवं बी0एड0 विभागाध्यक्ष डा0 किरन सती द्वारा किया गया।


कॉलेज के सी0ई0ओ0 निर्भय पाल ने कहा कि पारंपरिक ऐपण में स्वरोजगार की अपार संभावनाए हैं। कालेज की सचिव कामनी पाल एवं निदेशक प्रो0 एस0 चटटोपध्याय ने सभी प्रतिभागियों की सराहना की और बताया कि लोककला ऐपण को आगे बढाने के लिए कालेज युवाओं को प्रशिक्षित कर रहा है। कार्यक्रम के समन्वयक पंकज जायसवाल ने प्रतिभागियों को ऐपण की बेसिक जानकारी दी। कार्यशाला का आयोजन का मुख्य उद्देश्य ऐपण के माध्यम से अपनी संस्कृति को बचाना है एवं आगे बढाना है क्योकि प्राचीन समय में ऐपण का बहुत ही महत्व होता था और आज भी हर घर में प्राचीन ऐपण देखने को मिलता है।


इस कार्यक्रम में कालेज के सभी विभागाध्यक्ष, शिक्षा विभाग के शिक्षकगण उपस्थित रहे। कार्यशाला में निर्णायक के तौरपर डा0 रीनि जोशाी, मिस साक्षी पाण्डे एंव डा0 नेहा भटट उपस्थित थे। कार्यशाला में 20 प्रतिभागियों बी0एण्ड, बी0सी0ए0, बी0बी0ए0 बी0एच0एम0 एवं बायोटैक विभाग के छात्र/छात्राओं ने प्रतिभाग किया। जिसमें बी0एड0 विभाग की तनिषा जोशी प्रथम बी0सी0ए0 के ब्रजेश जीना द्वितीय एवंतृतीय स्थान बी0एड0 विभाग के रोहित राणा ने प्राप्त किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुस्कान के जयगोविन्द दास उपस्थित रहे।