हल्द्वानी - तस्करों से वन अधिकारियों को इतना खौफ, घटना के दो दिन बाद रेंजर ने पुलिस को सौंपी तहरीर, जानिए पूरा मामला 

 

हल्द्वानी - वनों से तस्करों को पकड़ना वन विभाग का अहम काम होता है. वाहन में खैर की लकड़ी लेकर जा रहे वन तस्कर ने रोकने पर वन दरोगा की गाड़ी को ही तस्कर ने टक्कर मार दी। आरोपी ने उनसे मारपीट कर तमंचा तान दिया. साथ ही जबरन गेट खुलवाकर भाग गया। बरहैनी रेंज में सोमवार शाम हुई घटना की अब रेंजर ने पुलिस में लिखित शिकायत दी है. 

 

वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार बरहैनी रेंज का एक गुर्जर लंबे समय से वन तस्करी में लिप्त है. सोमवार देर रात वह अपनी स्कॉपियों में खैर लेकर जंगल से आ रहा था. तराई केंद्रीय वन प्रभाग के बरहैनी रेंज में दो दिन पहले तमंचे के बल पर लकड़ी तस्करों की ओर से वन कर्मियों के साथ की गई मारपीट के मामले में बुधवार को रेंजर की ओर से कालाढूंगी थाने में नामजद तहरीर दी गई. पुलिस मामले की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि जिन वन कर्मियों के साथ मारपीट हुई उन्होंने डर और दहशत की वजह से रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई. 


रेंजर प्रदीप कुमार असगोला ने पुलिस को सौंपी तहरीर में कहा है कि बीती एक जुलाई की शाम करीब छह बजे जंगल के अंदर से धूरिया गेट पर एक स्कार्पियो आई। वन आरक्षी संगीता राणा ने जब कार में खैर की लकड़ी देखी तो उन्होंने गेट खोलने से मना कर दिया। राणा ने इसकी सूचना वन दरोगा शेर सिंह बोरा और वन आरक्षी रणजीत सिंह को दी। कार का पीछा करते हुए वन कर्मियों की टीम राईखत्ता प्लाॅट नं 17 में मुमताज के डेरे पर पहुंची।


यहां मुमताज अपनी कार से पहुंच गया। मुमताज ने वन दरोगा बोरा और रणजीत की बाइक में टक्कर मार दी। रेंजर ने बताया कि मुमताज कार से तमंचा लहराते हुए बाहर निकला और वन कर्मियों के साथ गालीगलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी। मुमताज के साथी सोमपाल निवासी हरिपुरा जबरान, यासीन उर्फ पप्पी और अकरम ने भी वन कर्मियों के साथ मारपीट की। कालाढूंगी एसओ भगवान महर ने बताया कि घटना के दो दिन बाद तहरीर मिली है। मामले की जांच की जांच की जा रही है जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

 

रेंजर ने एसएसपी से की थी मुलाकात - 
बरहैनी रेंज के रेंजर प्रदीप कुमार असगोला ने मंगलवार को एसएसपी से मुलाकात की थी. उन्होंने एसएसपी को बरहैनी रेंज की घटना से अवगत कराया। साथ ही आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। एसएसपी पीएन मीणा ने रेंजर से लिखित शिकायत करने को कहा था। वहीं, वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार वन गुजर लंबे समय से खैर तस्करी करता है। दबंग होने के चलते कोई कर्मचारी उसकी शिकायत नहीं करता है। पूर्व में भी वह एक वन दरोगा के साथ मारपीट कर चुका है.