नैनीताल - सड़कें नहीं खुलने पर DM ने अधिशासी अभियंता से मांगा स्पष्टीकरण, लोकेशन मंगवाई तो JCB चालक कहीं और ही निकला

 

जिलाधिकारी वंदना सिंह ने भारी बरसात के चलते जिले में सरकारी मशीनरी की समीक्षा की- 

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को दिन-रात अलर्ट रहने के दिए निर्देश - 

सड़क खुलवाने में लापरवाही पर अधिशासी अभियंता से मांगा स्पष्टीकरण - 


DM ने खतरे की जद में आ रहे परिवारों को तत्काल शिफ्ट करने के लिए निर्देश - 

 

नैनीताल - दिनांक 02 जुलाई, 2024 की रात्रि से जनपद के पर्वतीय एवं मैदानी भागों में हो रही वर्षा में जनपद के विभिन्न क्षेत्रान्तर्गत भू-स्खलन, जलभराव आदि के कारण मार्गों एवं आबादी क्षेत्रों में आपदा व राहत-बचाव की स्थिति, नगरीय क्षेत्रों के भू-स्खलन/जलभराव से संवेदनशील स्थानों में तात्कालिक सुरक्षात्मक कार्यों, बंद मार्गों को सुचारू किये जाने हेतु लोक निर्माण विभाग के समस्त खण्डों द्वारा मौके पर तैनात जे.सी.बी. मशीनों आदि का सत्यापन करते हुए तत्काल मार्ग सुचारू किये जाने के दृष्टिगत जिलाधिकारी वंदना सिंह ने जिला आपाताकलीन परिचालन केन्द्र, नैनीताल में आकर क्षति एवं राहत-बचाव कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए।


समीक्षा के दौरान डीडीएमओ शैलेश कुमार ने अवगत कराया गया कि जनपद में पिछले 24 घण्टे में सर्वाधिक वर्षा हल्द्वानी में 111 मिमी रिकार्ड की गई है तथा औसत दैनिक वर्षा 46.4 मिमी आंकी गई है। वर्षा/अतिवृष्टि के कारण लोक निर्माण विभाग / पी.एम.जी.एस.वाई. के कुल 14 मार्ग बाधित चल रहे हैं तथा शेरनाला व सूर्यानाले में जल प्रवाह बढ़ने से डावर्जन किया गया है। जनपद में लगातार हो रही वर्षा के कारण नालों / गधेरों में जलप्रवाह बढ़ने से होने वाली सम्भावित दुर्घटनाओं को नियंत्रित किये जाने एवं बच्चों की जानमाल की सुरक्षा हेतु जिलाधिकारी ने आज दिनांक 03 जुलाई, 2024 को उप जिलाधिकारियों / खण्ड शिक्षाधिकारियों के माध्यम से पर्वतीय क्षेत्रों के समस्त विद्यालयों में अवकाश घोषित करने के निर्देश दिए गए। 


जिला आपाताकलीन परिचालन केन्द्र, नैनीताल द्वारा भूस्खलन के कारण लोक निर्माण विभाग के विभिन्न खण्डों में बन्द मार्गों को सुचारू किये जाने हेतु तैनात जे.सी.बी. मशीनों के चालकों से सीधे दूरभाष के माध्यम से उनकी लोकेशन ज्ञात कराई गई। पी.एम.जी.एस.वाई., काठगोदाम के बंद मार्ग और मोरनोला-भीड़ापानी मार्ग को सुचारू किये जाने हेतु तैनात जे.सी.बी. चालक द्वारा अपनी लोकेशन नरतोला बताई गई परन्तु मार्ग के बंद होने के सम्बन्ध में उन्हे कोई सूचना नहीं थी एवं न ही उनके द्वारा मार्ग सुचारू किये जाने का कोई कार्य किया जा रहा था। इसी प्रकार हरीशताल मोटर मार्ग हेतु जे.सी.बी. चालक का विवरण पी.एम.जी.एस.वाई., काठगोदाम द्वारा पूर्व से आपदा
प्रबंधन विभाग को उपलब्ध नहीं कराया गया था। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिशासी अभियंता से  स्पष्टीकरण लिया है। अधिशासी अभियंता, प्रांतीय खण्ड, लोक निर्माण विभाग, नैनीताल को चार्टल लॉज, मल्लीताल में गत वर्ष हुए भूस्खलन से संवेदनशील क्षेत्र को सुरक्षित किये जाने हेतु तत्काल पालीथीन से कवर किये जाने तथा उप जिलाधिकारी, नैनीताल को नायब तहसीलदार, नेनीताल के माध्यम से मौके का निरीक्षण करते हुए संवेदनशील घरों में रह रहे परिवारों को तत्काल अन्यत्र चले जाने हेतु नोटिस निर्गत किये जाने के निर्देश दिए गए।

 

 जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी, नैनीताल को पूर्व में दिए गए निर्देशों के द्वारा मानसून सत्र के दौरान संवेदनशील क्षेत्रों में रह रही ऐसी महिलाओं जिनकी प्रसूति अगले 04 माह में होनी है, से सम्बन्धित ए.एन.एम./ आशा वर्कर के माध्यम से सम्पर्क करते हुए सुरक्षित
प्रसव कराए जाने हेतु की जा रही कार्यवाही की दूरभाष के माध्यम से समीक्षा की गई।

मुख्य चिकित्साधिकारी CMO, नैनीताल द्वारा अवगत कराया गया कि ऐसी महिलाओं की सूची तैयार कर समस्त ए.एन.एम./ आशा तथा
राजस्व विभाग को उपलब्ध कराते हुए इनकी चिकित्सकीय स्थिति की सतत् निगरानी कराई जा रही है। अतिवृष्टि के दौरान मार्ग बाधित होने अथवा आपदा की अन्य घटना से इनके प्रसव में होने वाली दिक्कतों का आंकलन करते हुए इन्हे कुछ समय पूर्व से ही निकटतम चिकित्सालय में भर्ती किये जाने की कार्यवाही गतिमान है।

जिलाधिकारी द्वारा समस्त राजस्व अधिकारियों को क्षेत्र में लगातार भ्रमण करते हुए भूस्खलन / जलभराव की स्थिति का निरीक्षण कर सम्बन्धित नगर निकाय, सिंचाई अथवा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों एवं संसाधनों से तत्काल राहत कार्य कराने एवं किये जा रहे राहत व बचाव कार्यों की प्रगति उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए गए।

वहीं जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बुधवार को रुसी गांव और बाई पास स्थित कलमठ, सड़क और पेयजल की स्थितियों का स्थलीय निरीक्षण किया। सड़क और कलमठ के निरीक्षण के दौरान उन्होंने 1 किलोमीटर के भीतर करीब 5 से 6 कलमठ बनाने की बात कही, जिससे सड़कों में टूट फूट या सड़क खराब नहीं हो सके। साथ ही बेहतर गुणवत्ता के साथ कलमठ बनाने बात कही। उन्होंने 15 दिन भीतर सर्वे कर ड्रेनेज कार्य शुरु करने के निर्देश दिए। साथ ही ड्रैनेज से पहले डामरीकरण नहीं करने की बात कही। उन्होंने अधिकारियों को अगले सीजन तक रुसी बाई पास में रुके कार्य को प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए। इस दौरान एसडीएम प्रमोद कुमार,ईई लोनिवि रत्नेश सक्सेना समेत अन्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

बीती रात्रि से हो रही मूसलाधार बरसात से हल्द्वानी शहर के विभिन्न इलाकों में जल भराव और क्षति का जिलाधिकारी वंदना सिंह ने तीन पानी, वर्कशॉप लाइन, एन एच आई सहित अन्य स्थलों का मौके पर निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग के जमरानी फीडर से अत्यधिक पानी आने के कारण तिकोनिया के पास लगभग 40 साल पुरानी जमरानी फीडर नहर का लगभग 40 मीटर भाग क्षतिग्रस्त हो गया है। इस संबंध में डीएम ने सिंचाई विभाग को  मौके पर मशीनरी और मैन पावर लगाकर तत्काल कार्य चालू करने के निर्देश दिए। साथ ही अधिशासी अभियंता सिंचाई को कार्य की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए जिससे जल्द से जल्द कार्य पूरा हो सके और लोगों को आवाजाही में आसानी हो सके। 

जिलाधिकारी ने तीनपानी ने निरीक्षण के दौरान सिंचाई, नगर निगम को नहरों की सफाई के बाद सड़को पर रखे कूड़े के ढेर को तत्काल हटाने के साथ ही लगातार नहरों और नालों में सफाई बनाए रखने के निर्देश दिए। परियोजना निदेशक जमरानी को क्षतिग्रस्त नहर को दुरस्त करने के साथ ही सफाई कराने को कहा। एनएचएआई को कहा कि सड़क के नीचे जिस स्थान पर नहर निकलती और उनकी  निकासी होती है उसके क्षतिग्रस्त हिस्से को तत्काल सही और सफाई कराई जाए जिससे पानी ओवरफ्लो न हो। निरीक्षण के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट ए पी बाजपेई, एस डी एम हल्द्वानी प्रमोद कुमार, ईई सिंचाई बी सी नैनवाल, उप नगर आयुक्त तुषार सैनी, तहसीलदार सचिन कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.