अल्मोड़ा - भतरौजख़ान की अवैध शराब दुकान को लेकर महिलाओं का आंदोलन शुरू, आबकारी विभाग के दुकान हटाने के नोटिस भी बेसर 

 

भतरौजख़ान के रानीखेत रोड स्थित अवैध शराब की दुकान को बंद कराने के लिए महिलाओं व क्षेत्रीय जनता अब आंदोलन पर उतर आई हैं। आंदोलनकारियों ने आबकारी विभाग पर शराब कारोबारी के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। आंदोलनकरियों का कहना है कि दुकान से कुछ ही दूरी पर श्री हीरानंद महाराज का मंदिर का प्रवेश द्वार है और दूसरी ओर राजकीय इंटर कॉलेज का गेट है।  यह दुकान पूर्ण रूप से मानकों के विपरीत खोली गई है।

आंदोलनकारियो का आरोप है कि इस दुकान से गावों में शराब की अवैध तस्करी की जाती है। इसी क्रम में सैकंडों की संख्या में महिलायें व पुरुषों ने शराब की दुकान के सामने विरोध की तख्ती लगाकर 10 बजे से धरना प्रदर्शन आरंभ किया हैं। आंदोलनकारी महिलाओं का कहना है कि शराब की दुकान पूर्ण रूप से मनकों के विरुद्ध है। और दुकान से गाँव गाँव में अवैध रूप से शराब पहुँचाई जा रही है जिससे कि नौनिहाल व नौजवान बर्बाद हो रहे है। 

 महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया की आबकारी विभाग द्वारा शराब व्यवसाई को शह दी जा रही है तथा मानकों के विपरीत होते हुए भी शिकायत किए जाने पर भी कार्यवाही नहीं की जा रही है। वही दूसरी ओर शराब व्यवसायी द्वारा भवन पर भी अवैध रूप से कब्ज़ा किए हुये है तथा भवन स्वामी को भी डराया धमकाया जा रहा है। 

मामले को उग्र होता देख उपजिलाधिकारी कोसिया कुटोली के निर्देशानुसार क़ानूनगों बेतालघाट् मोके पर पहुँचे तथा उपजिलाधिकारी कोशिया कुटोली व आबकारी निरीक्षक के साथ दूरभाष पर कोई वार्ता से थानाध्यक्ष भतरोंज़ख़ान की मध्यस्थता में यह बताया गया कि उक्त शराब ब्यवसायी को पूर्व में ही विभाग द्वारा दो नोटिस प्रेषित कर दिये गये है। व तीसरा नोटिस मंगलवार तक प्रेषित कर दिया ज़ायेगा जिसके पश्चात भी यदि उक्त भवन ख़ाली नहीं किया जाता तो उक्त अनुज्ञापी पर अग्रिम कठोर कार्यवाही का आश्वासन दिया गया।

 

जिसके पश्चात ग्रामीणों ने इस शर्त के साथ कि यदि एक सप्ताह के भीतर उक्त दुकान नहीं हटाई गई तो महिलाएं और ग्रामीण उग्र आंदोलन करेंगे। धरना प्रदर्शन में निर्मला देवी, भनुली देवी, हेमा देवी, गीता देवी,हंसी देवी, कविता, कुसुम देवी, रेखा देवी, दीपा देवी, माया देवी, शोभा देवी, गुड्डी देवी, सरिता देवी, सरपंच निकेश पांडे, दिनेश चंद्र, प्रमोद कुमार, चंद्र प्रकाश, गिरीश भट्ट, वीरेंद्र भंडारी, रघुवर करगेती, लाल सिंह, जगदीश चंद्र, संतोष कुमार, नरेंद्र कुमार, मोहन चंद्र पंत, जगदीश पडलिया, मनोज रावत, जगत सिंह रावत, भुवन चंद्र सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।