Lakshya Sen CWG Final - बधाई, उत्तराखंड के लाल Lakshya Sen ने 20 साल की उम्र में भारत के लिए जीता20 वां गोल्ड
Lakshya Sen Commonwealth Games Final- कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के आखिरी दिन भारत की झोली में 20 वां गोल्ड लाने वाले शटलर लक्ष्य (Lakshya Sen) सेन की जीत का जश्न उत्तराखंड के साथ पूरा देश मना रहा है। लक्ष्य सेन की जीत के बाद पीएम मोदी और सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर उन्हें बधाई दी। ब्रिटेन के बमिंघम में पुरुष सिंगल्स के फाइनल में लक्ष्य सेन (Lakshya Sen) ने मलेशिया के त्जे यंग को तीन गेम तक चले मुकाबले में करारी शिकस्त दी है। यह बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का 20वां गोल्ड है. इसी साल भारत के थामस कप जीतने के बाद लक्ष्य पीएम मोदी के लिए अल्मोड़ा की प्रसिद्ध बाल मिठाई लेकर गए थे। चलिए जानते हैं लक्ष्य सेन के व्यक्तिगत जीवन और उनकी उपलब्धियों के बारे में।
दादा ने लक्ष्य को पकड़ना सिखाया शटल
Lakshya Sen personal life : लक्ष्य को छह वर्ष के उम्र में मैदान पर उतारने में दादा जी का बड़ा योगदान रहा। दादा ने हाथ पकड़कर पोते लक्ष्य को बैडमिंटन पकड़ना सिखाया। पिता और दादा जी के नक्शे पर चले लक्ष्य ने भी बैडमिंटन में ही प्रतिभा दिखाई। लक्ष्य ने जिला, राज्य के बाद राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक अपने नाम किए। इसके बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पैट जमाई। 10 वर्ष की उम्र में लक्ष्य ने इजराइल में पहला अंतरराष्ट्रीय खिताब स्वर्ण पदक के रूप में जीता था।
लक्ष्य सेन को विरासत में मिला बैडमिंटन
Who is Lakshya Sen- उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के मध्यम वर्गीय परिवार से निकले लक्ष्य सेन (Lakshya Sen) का जन्म 16 अगस्त 2001 को हुआ। उनका परिवार 80 वर्षों से अधिक समय से अल्मोड़ा के तिलकपुर मोहल्ले में रह रहा है। लक्ष्य सेन के दादा सीएल सेन जिला परिसद में नौकरी करते थे। दादा ने सिविल सर्विसेस में राष्ट्रीय स्तर की बैडमिंटन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया था। वहीं कई खिताब अपने नाम किए। जबकि पिता डीके सेन भी वर्तमान में कोच हैं। पहले वह साई के कोच थे।
जानिए Lakshya Sen की उपलब्धियां
भारतीय बैटमिंटन खिलाड़ियों ने इसी साल थॉमस कप जीतकर इतिहास रचा दिया है। जिसमें लक्ष्य सेन की सबसे अहम भूमिका थी।
लक्ष्य ने लिनिंग सिंगापुर यूथ इंटरनेशनल सीरीज में स्वर्ण
इजरायल जूनियर इंटरनेशनल के डबल और सिंगल में स्वर्ण
इंडिया इंटरनेशनल सीरीज के सीनियर वर्ग में स्वर्ण
योनेक्स जर्मन जूनियर इंटरनेशनल में रजत
डच जूनियर में कांस्य, यूरेशिया बुल्गारियन ओपन में स्वर्ण
ऐशिया जूनियर चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक
यूथ ओलंपिक में रजत
वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक भारत को पदक दिलाया है।