राजस्थान में बेटियों की नीलामी मामले पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने लिया संज्ञान
प्रियांक कानूनगो ने बताया कि मैं 7 नवंबर को तस्करी से प्रभावित गांव का दौरा करूंगा और पीड़ित परिवारों से मिलूंगा। आयोग यह जानने की कोशिश करेगा कि इस पूरे गठजोड़ में कौन कौन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हम यह भी देखेंगे कि सांठगांठ पर प्रतिबंध लगे और आरोपियों को दंडित किया जाए।
प्रियांक कानूनगो ने बताया कि आज आयोग ने भीलवाड़ा कलेक्टर को नोटिस भेजा है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि इसमें सरकारी अधिकारी और राजनेता शामिल हैं। राजनीतिक और प्रशासनिक समर्थन के बिना, इस तरह संगठित तरीके से बाल तस्करी नहीं हो सकती।
गौरतलब है कि 26 अक्टूबर को की गई मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सीरिया और इराक में लड़कियों को गुलाम बनाने जैसी प्रथा के मामले को उजागर करते हुए बताया गया था कि राजस्थान में जाति पंचायतें कथित तौर इस तरह के अपराध को अंजाम दे रही हैं, जिसमें बेटियों की नीलामी स्टाम्प पेपर पर की जा रही है।
--आईएएनएस
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