दलित महिलाओं पर हमले के खिलाफ कार्रवाई की मांग

चेन्नई, 12 जनवरी (आईएएनएस)। एक एनजीओ ने तमिलनाडु के पुदुकोट्टई जिले में पुलिस और अधिकारियों से नदी में नहाने के दौरान तीन दलित महिलाओं पर हमला करने वाले ऊंची जाति के दो पुरुषों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है। मदुरै स्थित एनजीओ एविडेंस के मुताबिक यह घटना 1 जनवरी को हुई थी और पुलिस ने अभी तक कार्रवाई नहीं की।
 
चेन्नई, 12 जनवरी (आईएएनएस)। एक एनजीओ ने तमिलनाडु के पुदुकोट्टई जिले में पुलिस और अधिकारियों से नदी में नहाने के दौरान तीन दलित महिलाओं पर हमला करने वाले ऊंची जाति के दो पुरुषों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है। मदुरै स्थित एनजीओ एविडेंस के मुताबिक यह घटना 1 जनवरी को हुई थी और पुलिस ने अभी तक कार्रवाई नहीं की।

एनजीओ के निदेशक काथिर ने एक बयान में कहा कि शक्तिदेवी, देवी और श्रीदेवी कोठनगुडी गांव में नदी में स्नान कर रही थीं, जब अय्यप्पन और मुथुमारन ने उन्हें धमकी दी और उनके साथ मारपीट की।

हालांकि श्रीदेवी ने 3 जनवरी को नागुडी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

निदेशक यह भी दावा किया कि अय्यप्पन की पत्नी पेरुंगट्टू पंचायत की उपाध्यक्ष हैं और जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रही हैं।

एनजीओ ने कहा कि जिला कलेक्टर कविता रामू और जिला पुलिस अधीक्षक पांडियन को पीड़ितों से मिलना चाहिए और मामले की उचित जांच करनी चाहिए।

तीनों पीड़ितों ने कार्रवाई की मांग करते हुए तमिलनाडु एससी/एसटी आयोग, राज्य मानवाधिकार आयोग और राज्य महिला आयोग में भी शिकायत दर्ज कराई है।

जिले में जातिगत भेदभाव को लेकर यह ताजा घटना है।

पिछले महीने के अंत में वेंगैयावयल गांव में एक एससी कॉलोनी में पानी की आपूर्ति करने वाले टैंक में मानव मल पाया गया था।

गांव ने दलित समुदाय के लोगों को ऊंची जाति के लिए बनाए गए मंदिरों में भी पूजा करने की अनुमति नहीं दी।

वेंगैयावयल में डबल टंबलर सिस्टम भी मौजूद है, इसके तहत दलितों को होटलों में अलग-अलग गिलास में पानी और चाय दी जाती है।

--आईएएनएस

सीबीटी