जनकल्याणकारी एवं अर्थव्यवस्था उन्मुख है बजट लेकिन ईपीएस पेंशनरों और आंगनवाड़ियों को हुई है निराशा - भारतीय मजदूर संघ

नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस )। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े मजदूरों के संगठन भारतीय मजदूर संघ ने बजट को जनकल्याणकारी एवं अर्थव्यवस्था उन्मुख बताने के साथ ही इसे ईपीएस पेंशनरों और आंगनवाड़ियों के लिए निराशाजनक बजट करार दिया है।
 
नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस )। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े मजदूरों के संगठन भारतीय मजदूर संघ ने बजट को जनकल्याणकारी एवं अर्थव्यवस्था उन्मुख बताने के साथ ही इसे ईपीएस पेंशनरों और आंगनवाड़ियों के लिए निराशाजनक बजट करार दिया है।

भारतीय मजदूर संघ के महामंत्री रविन्द्र हिमते ने बजट पर बयान जारी करते हुए कहा है कि संघ को यह लगता है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया बजट 2023 जनकल्याणकारी है और बड़े पैमाने पर अर्थव्यवस्था को मजबूत करने वाला है।

हालांकि इसके साथ ही उन्होंने बजट को ईपीएस पेंशनरों और आंगनवाड़ियों के लिए निराशाजनक बजट करार करार देते हुए यह भी कहा कि ईपीएस पेंशनरों को उम्मीद थी कि बजट में न्यूनतम पेंशन राशि को एक हजार रुपये से बढ़ाया जाएगा और साथ ही इन्हें आयुष्मान योजना में भी शामिल किया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं होने के कारण इनमें असंतोष का भाव है और इनकी भावनाएं आहत हुई है। यहां तक कि लंबे समय तक काम करने के बावजूद कम मासिक मानदेय प्राप्त करने वाले आशा और आंगनवाड़ी जैसी योजनाओं में कार्यरत कर्मियों को भी इस बजट से निराशा ही हाथ लगी है। बीएमएस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में सरकार को सावधान करते हुए इसके लिए नियामक तंत्र की स्थापना करने के साथ ही क्षेत्रों का निर्धारण करने की भी मांग की कि कहां इसका उपयोग किया जा सकता है और कहां नहीं किया जाना चाहिए।

बीएमएस ने प्रतिरक्षा, परिवहन, रेलवे, संचार, एमएसएमई क्षेत्र और युवाओं के लिए नौकरियों को उच्च प्राथमिकता देने और विश्वकर्मा कौशल सम्मान पैकेज का स्वागत करते हुए नव उत्पादन में सहकारी समितियों के लिए 15 प्रतिशत छूट के प्रावधान की भी तारीख की।

--आईएएनएस

एसटीपी/एएनएम