अर्पिता मुखर्जी को नहीं थी भनक, पार्थ चटर्जी का था कमरों पर सख्त पहरा...

 

न्यूज़ टुडे नेटवर्क! पश्चिम बंगाल के बर्खास्त मंत्री पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी ने गुरुवार को बड़ा खुलासा किया है। ईडी को जानकारी देते हुए अर्पिता ने बताया कि उन्हें इस बात का कोई अंदाजा नहीं है कि उनके कोलकाता के दो अपार्टमेंट में कितनी रकम और कितना कीमती सामान रखा गया है, क्योंकि पार्थ चटर्जी ने उसे कभी भी ‘बंद कमरों’ में जाने की इजाजत नहीं दी थी। अर्पिता मुखर्जी ने ईडी के सामने कबूल किया कि उन्हें ये सारा धन रखने के लिए मजबूर किया गया था।

पश्चिम बंगाल के बर्खास्त मंत्री पार्थ चटर्जी ने उनके घरों को अवैध नकदी रखने के लिए इस्तेमाल किया। सूत्रों के मुताबिक, मुखर्जी ने स्वीकार किया कि उनके आवास से बरामद नकदी को चटर्जी ने अपने एक अज्ञात सहयोगी की मदद से वहां रखवाई थी। ईडी के अधिकारी ने बताया कि, ‘अर्पिता ने कबूल किया है कि चटर्जी उसके टॉलीगंज और बेलघरिया दोनों आवासों में सप्ताह में एक या दो बार आते थे और उनके साथ एक अज्ञात व्यक्ति भी आया करता था। पार्थ चटर्जी ने अर्पिता को अलमारी नहीं खोलने और उन कमरों में बार-बार आने से बचने के सख्त निर्देश दिये थे। जांच में यह भी पता चला है कि चटर्जी जब भी अर्पिता मुखर्जी के आवास पर जाते थे, तो अज्ञात व्यक्ति के साथ बंद कमरे में बैठक करते थे। उसमें अर्पिता को भाग लेने की अनुमति नहीं थी।

ईडी दफ्तर में बयान देते समय अर्पिता की आंखों से आंसू बह रहे थे और वह लगातार दावा कर रही थीं कि उनका शोषण किया गया है। अब हमें उस अज्ञात व्यक्ति तक पहुंचना होगा, जो चटर्जी का साथ दे रहा था और इसका जवाब केवल पार्थ चटर्जी ही दे सकते हैं। बता दें कि बीती 27 जुलाई को ईडी ने अपने छापे के दौरान बेलघरिया के रथाला इलाके में स्थित क्लब टाउन हाइट्स में अर्पिता के फ्लैट के एक बेडरूम और एक अटैच्ड वॉशरूम से भारी मात्रा में नकद और 4.3 करोड़ रुपये के आभूषण जब्त किए। इससे पहले, 22 जुलाई को दक्षिण कोलकाता के टॉलीगंज में मॉडल के फ्लैट से एजेंसी को 21.9 करोड़ रुपये, 54 लाख की विदेशी मुद्रा और 74 लाख रुपये का सोना बरामद किया था।