लखीमपुर-खीरी: सम्पूर्णानगर चीनी मिल में तकनीकि खराबी आने के कारण पेराई बाधित तौल भी बंद, किसानों को हो रही दिक्कतें, देखें यह खबर…

न्यूज टुडे नेटवर्क। लखीमपुर की सम्पूर्णानगर चीनी मिल में तकनीकि खराब आने के कारण तीस घंटे तक पेराई प्रभावित रही। इस दौरान तौल बंद होने से किसानों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। उत्तर प्रदेश में गन्ने का 2020 – 21 का पेराई सत्र शुरू हो गया है। नया पेराई सत्र शुरू होने से कोरोना
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लखीमपुर-खीरी: सम्पूर्णानगर चीनी मिल में तकनीकि खराबी आने के कारण पेराई बाधित तौल भी बंद, किसानों को हो रही दिक्कतें, देखें यह खबर…

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। लखीमपुर की सम्‍पूर्णानगर चीनी मिल में तकनीकि खराब आने के कारण तीस घंटे तक पेराई प्रभावित रही। इस दौरान तौल बंद होने से किसानों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। उत्तर प्रदेश में गन्ने का 2020 – 21 का पेराई सत्र शुरू हो गया है। नया पेराई सत्र शुरू होने से कोरोना संकट से गुजर रहे किसानों के चेहरों पर रौनक लौट आई थी कि किसान गन्ने को चीनी मिल में बेचकर अपनी गेंहूं की बुवाई कर सकेंगे। किन्‍तु यह रौनक क्षणिक थी क्योंकि चीनी मिल के शुरू होने के साथ ही तकनीकी खराबी के कारण बंद हो जा रही है।

हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश की लखीमपुर खीरी जिले की किसान सहकारी चीनी मिल सम्पूर्णनानगर चीनी मिल की।चीनी मिल के शुरू होते ही तकनीकी खराबी के कारण बार बार बंद हो रही है और किसानों को अपना गन्ना बेचने के लिए कई दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा है। चीनी मिल का नया पेराई सत्र बारह नवंबर को हुआ था। जो कि कुछ दिनों चलने के बाद पेराई का काम बार बार ठप्प हो जा रहा है। इसके लिए वर्कर ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इसके लिए तकनीकी विभाग के अधिकारी जिम्मेदार हैं।रिपेयरिंग के नाम पर चीनी मिल में भारी गोलमाल होता है।

आखिर प्रश्न तो उठेंगे न करोड़ों रुपये सरकार देती नवीनीकरण करने के लिए। चीनी मिल जाने पर किसानों ने हमें बताया कि यहां आने पर पच्चीस से तीस घंटे रुकना पढ़ रहा है। दूरदराज से किसान गन्ना लेकर आते हैं जहां उन्‍हें भारी दिक्‍क्‍तों का सामना करना पड़ा रहा है।