54 साल बाद बरेली को मिल गया साधना का खोया हुआ झुमका
बरेली का खोया हुआ झुमका (Jhumka) आखिरकार मिल ही गया। यह झुमका बरेली को 54 साल बाद मिला है। 1966 में आई फिल्म मेरा साया (Mera Saya) में फिल्माये गए गाने में बरेली के झुमके का जिक्र किया गया है। उसी झुमके की तर्ज पर 2.7 कुंतल का झुमका बरेली के जीरो प्वाइंट पर लगाया गया है। बीते शनिवार को बरेली के गेट पर लगे इस झुमके का उद्धघाटन बरेली के सांसद संतोष गंगवार ने किया। अब इस तिराहे को झमका तिराहे का नाम दिया गया है। कार्यक्रम के दौरान शहर के विधायक, डीआईजी, डीएम और एसएसपी भी मौजूद रहे।
बरेली की सीमा पर लगा यह झुमका 32 फुट ऊंचा और 2 कुंतल 70 किलो वजनी है। इस झुमके को 200 मीटर तक की दूरी से भी स्पष्ट देखा जा सकता है। इस झुमके के नाम पर ही इस तिराहे का नाम झुमका तिराहा रखा गया है। बीडीए ने यह झुमका रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज के कुलाधिपति डा.केशव अग्रवाल के सहयोग से लगवाया। झुमके का उद्धघाटन समारोह शनिवार शाम को हुआ। समारोह का उद्धघाटन सांसद संतोष गंगवार ने बतौर मुख्य अतिथि फीता काटकर किया। कार्यक्रम के दौरान ही सांसद संतोष गंगवार ने जल्द ही बरेली की हवाई यात्रा शुरु करने की जानकारी भी दी। झुमके के साथ ही प्रतिचिन्ह भी अतिथियों को सम्मान में भेंट किए गए।
1966 में आई फिल्म मेरा साया में फिल्माये गए गाने ‘’झुमका गिरा रे बरेली के बाजार में’’ झुमके का जिक्र किया गया था। मुंम्बई से आए फिल्म अभिनेता मुकेश भारती व अभिनेत्री मंजू भारती ने कहा कि अभी तक फिल्मों में ‘’झुमका गिरा रे बरेली के बाजार में’’ गाना सुनते थे। परन्तु यह झुमका किस जगह गिरा था, यह नजर नहीं आता था। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी आने वाली फिल्म ‘प्यार का टि्वस्ट’ में बरेली का यह स्थान देखने को मिलेगा। फिल्म के लिए जल्द ही इस स्थान की शूटिंग भी की जाएगी।
उद्धघाटन समारोह में शहर विधायक डॉ.अरुण कुमार, डॉ.केशव अग्रवाल, विधायक बहोरन लाल मौर्य, केसर सिंह, डॉ.डीसी वर्मा, डीएम नितीश कुमार, डीआईजी राजेश पांडेय, एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय, बीडीए वीसी दिव्य मित्तल एवं अमरीश श्रीवास्तव मौजूद रहे। छात्राओं ने कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
झुमके का डिजाइन: बरेली विकास प्राधिकरण ने झुमके से शहर को पहचान दिलाने के लिए 2016 में यह प्रोजेक्ट तैयार था। झुमके के 28 डिजाइन प्राधिकरण के सामने प्रस्तुत किए गए थे। उन सभी में मुम्बई के डिजाइनर रजनीश कुमार का डिजाइन पास किया गया। इसके लिए उन्हें पुरस्कृत भी किया गया था।
बीडीए वीसी ने की थी झुमका चाराहे की पहल: पर्यटन विकास विभाग के विशेष सचिव व एमडी पर्यटन विकास निगम की जिम्मेदारी संभालने के बाद 2016 में डॉ. शशांक विक्रम ने बीडीए की कमान संभाली। उन्होंने ही झुमके का प्रोजेक्ट तैयार किया और जनता से राय ली। स्कीम बनाकर डेलापीर चौराहे पर रोटरी बनाने का फैसला लिया। 10 लाख रुपये के एस्टीमेट को मंजुरी भी दी थी।